नई दिल्ली : Mahaashtami Shub Yog: चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से नवरात्रि की शुरुआत होती है। हिंदू धर्म में चैत्र नवरात्रि का विशेष महत्व बताया जाता है। आज 22 मार्च से चैत्र नवरात्रि का शुभारंभ हुआ है। इसी दिन से हिंदू नव वर्ष की शुरुआत भी होती है। इसे विक्रम संवत के नाम से भी जाना जाता है। हिंदू शास्त्रों में दोनों का ही विशेष महत्व है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अष्टमी तिथि पर ग्रहों का महासंयोग बन रहा है। बता दें कि ये शुभ संयोग 700 साल बाद बनने जा रहा है। इस दिन सात ग्रह चार राशियों में गोचर करेंगे और इन ग्रह गोचर के प्रभाव से ही महासंयोग का निर्माण हो रहा है। आइए जानते हैं महाअष्टमी तिथि पर किन राशि के लिए ये योग शुभ रहने वाले हैं।
Mahaashtami Shub Yog: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार देवगुरु बृहस्पति इस समय स्वराशि मीन में विराजमान हैं। मेष राशि में बुध गोचर करने जा रहे हैं। वहीं सूर्य मीन राशि और शनि अपनी राशि कुंभ में विराजमान है। शुक्र मेष में गोचर करेंगे, जहां पर पहले से ही राहु विराजमान हैं। ग्रहों के इस संयोग से कई राजयोगों जैसे मालव्य, केदार, हंस और महाभाग्य योग का निर्माण होने जा रहा है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मालव्य योग का निर्माण मेष राशि में शुक्र के गोचर करने से हो रहा है। मीन राशि में हंस योग और लग्न में सूर्य के होने से महाभाग्य योग का निर्माण हो रहा है। बता दें कि ये राजयोग 700 साल बाद बनने जा रहे हैं। ऐसे में इन महायोगों के निर्माण से कई राशि के जातकों को विशेष लाभ होगा।
Mahaashtami Shub Yog: बता दें कि 4 मार्च को शुक्र गोचर करके मेष राशि में विराजमान हो गए हैं। शुक्र के मेष में प्रवेश करने से मालव्य योग का निर्माण हो रहा है। बता दें कि इस योग का शुभ प्रभाव कन्या राशि के जातकों को देखने को मिलेगा। वहीं, मिथुन राशि वालों के लिए मालव्य और हंस राजयोग विशेष रूप से फलदायी रहेगा। इसके अलावा महाभाग्य योग से मीन राशि के जातकों के अच्छे दिनों की शुरुआत होगी। इससे सभी राशियों के जातकों की किस्मत का तारा चमकेगा और जातकों को देवी-देवताओं का आशीर्वाद मिलेगा।