Atal Bihari Vajpayee Death Anniversary: आज 16 अगस्त को पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि है। 25 दिसंबर 1924 को मध्य प्रदेश के ग्वालियर में में जन्मे वाजपेयी आज के ही रोज साल 2018 में हमें छोड़ कर चले गए। भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी एक दिग्गज नेता होने के साथ-साथ एक प्रखर वक्ता और अपनी वाकपटुता के लिए जाने जाते थे। वाजपेयी जी से जुड़ी कई किस्से हैं, जिसको आज भी याद किया जाता है। आज अटल जी की पुण्यतिथि पर देखें उनके मशहूर कोट्स जो अपकी सोच बदल सकते है।
– Atal Bihari Vajpayee Death Anniversary: होने न होने का क्रम इसी करह चलता रहेगा। हम है, हम रहेंगे, ये भ्रम भी सदा पलता रहेगा।
– जीवनरूपी फूल को पूर्ण ताकत के साथ खिलाएं।
– हम अहिंसा में विश्वास रखे हैं और यह चाहते हैं कि विश्व के संघर्षों का समाधान शांति और समझौते के मार्ग से हो।
– जीवन को टुकड़ों में नहीं बांटा जा सकता, उसका ‘पूर्णता’ में ही विचार किया जाना चाहिए।
– Atal Bihari Vajpayee Death Anniversary: भारत, कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक फैला हुआ एक राष्ट्र है, अनेक राष्ट्रीयताओं का समूह नहीं।
– शिक्षा के द्वारा व्यक्ति के व्यक्तित्व का विकास होता है, व्यक्तित्व के उत्तम विकास के लिए शिक्षा का स्वरूप आदर्शों से युक्त होना चाहिए। हमारी माटी में आदर्शों की कमी नहीं है। शिक्षा द्वारा ही हम नवयुवकों में राष्ट्र प्रेम की भावना जाग्रत कर सकते हैं।
– सूर्य एक सत्य है जिसे झुठलाया नहीं जा सकता। लेकिन ओस की बूंद भी तो एक सच्चाई है, यह बात अलग है कि यह क्षणिक है।
– मुझे स्वदेश-प्रेम, जीवन-दर्शन, प्रकृति तथा मधुर भाव की कविताएँ बाल्यावस्था से ही आकर्षित करती रही हैं।
– Atal Bihari Vajpayee Death Anniversary: छोटे मन से कोई बड़ा नहीं हो सकता, टूटे मन से कोई खड़ा नहीं हो सकता।
– आदमी की पहचान उसके धन या पद से नहीं होती, उसके मन से होती है। मन की फकीरी पर तो कुबेर की संपदा भी रोती है।
– यदि आपको किसी विशेष पुस्तक में कुछ भी पसंद नहीं है, तो बैठकर चर्चा करें। एक पुस्तक पर प्रतिबंध लगाना इसका समाधान नहीं है। हमें वैचारिक रूप से इसे निपटाना होगा।
– अपना देश एक मन्दिर है, हम पुजारी हैं, राष्ट्रदेव की पूजा में हमने अपने आपको को समर्पित कर देना चाहिए।
– Atal Bihari Vajpayee Death Anniversary: साहित्य और राजनीति के कोई अलग-अलग खाने नहीं होते।
– हम अहिंसा में विश्वास रखे हैं। और यह चाहते हैं कि विश्व के संघर्षों का समाधान शांति और समझौते के मार्ग से हो।
– मनुष्य को चाहिए कि… मनुष्य को चाहिए कि वह परिस्थितियों से लड़ें, एक स्वप्न टूटे, तो दूसरा गढ़े।
– जो राजनीति में रुचि लेता है, वह साहित्य के लिए समय नहीं निकाल पाता और साहित्यकार राजनीति के लिए समय नहीं दे पाता, लेकिन कुछ ऐसे लोग हैं, जो दोनों के लिए समय देते हैं। वे अभिनंदनीय हैं।
– Atal Bihari Vajpayee Death Anniversary: मनुष्य जीवन अनमोल निधि है पुण्य का प्रसाद है। इसे केवल अपने लिए ही ना जीएं, दूसरों के लिए भी जिएं।
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