रायपुर : Kankali temple raipur : नवरात्रि के तीसरे दिन आज पूरे देशभर में मां चंद्रघंटा की पूजा की जा रही है। इस अवसर पर रायपुर के कंकाली मंदिर में भी रौनक नजर आई, भक्त सुबह से ही मंदिर में माता के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। ऐसा कहा जाता है कि ये मंदिर पांच सौ साल पुराना है। यहां पहले श्मशान हुआ करता था। नागा साधु श्मशान में जलती चिता, कंकालों के बीच मां काली की पूजा करते थे, इसलिए मंदिर का नाम कंकाली मंदिर पड़ गया।
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Kankali temple raipur : मंदिर के सामने सरोवर है, इसमें नवरात्र के अंतिम दिन जवारा विसर्जन किया जाता है। ऐसी मान्यता है कि सरोवर में स्नान करने से चर्मरोग दूर हो जाते हैं। राजधानी के अनेक तालाब गर्मी के दिनों में सूख जाते हैं, लेकिन कंकाली सरोवर कभी नहीं सूखा। श्रद्धालु इसे देवी माँ और शिवजी का चमत्कार मानते हैं ये भी कहा जाता है कि सरोवर के भीतर सुरंग है, जो रायपुर के बूढा तालाब और महामाया मंदिर की बावड़ी से जुड़ा हुआ है।