मुंबई। Varun Dhawan’s health is serious : बॉलीवुड के चहेते स्टार वरुण धवन इन दिनों एक अजीब सी बीमारी से जूझ रहे हैं। दिनों वरुण धवन अपनी आने वाली फिल्म ‘भेड़िया’ के प्रमोशन में व्यस्त चल रहे हैं। इस फिल्म में वरुण धवन अभिनेत्री कृति सेनन के साथ रोमांस करते नजर आएंगे। इसके पहले भी दोनों ने साथ में फिल्म ‘दिलवाले’ में काम किया हुआ है।
वरुण धवन और कृति सेनन की आने वाली फिल्म ‘भेड़िया’ का हाल ही में ट्रेलर रिलीज हुआ था। आपको बता दें कि फिल्म के ट्रेलर को काफी पॉजिटिव रिस्पॉन्स भी मिल रहा है। ऐसा लगता है जैसे दर्शकों को वरुण धवन का इच्छाधारी भेड़िया का रूप काफी पसंद आया। वैसे फिल्म के प्रमोशन्स में वरुण धवन कोई कमी नहीं कर रहे हैं।
गंभीर बीमारी से जूझ रहे वरुण
एक मीडिया चैनल को इंटरव्यू देते हुए वरुण ने अपनी सेहत से जुड़ी कुछ बातें शेयर है। वरुण धवन ने बताया कि वह वेस्टीबुलर हायपोफंक्शन की समस्या से जूझ चुके हैं। इस बीमारी में एक व्यक्ति अपनी बॉडी का बैलेंस खो बैठता है। पेंडेमिक के बाद जब चीजें धीरे-धीरे खुलनी शुरू हुईं, तो वरुण धवन को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। उन्हें खुद को प्रेशराइज करके काम के प्रति आगे धकेलना पड़ा। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि न चाहते हुए भी वरुण धवन को काम से ब्रेक लेना पड़ा।
मैंने खुद को इतना स्ट्रेस और प्रेशर में क्यों डाला
इसके आगे उन्होंने बताया कि जब उनको अपनी इस बीमारी के बारे में पता चला तो वह काफी दुखी हो गए थे। इसके बाद वे काफी शट डाउन महसूस करने लगे थे। इस बीमारी से उभर कर खुद को आगे बढ़ाना उनके लिए काफी चैलेंजिंग रहा। कोविड-19 के बाद जब वरुण धवन ने काम पर वापसी करनी चाही, तो उनके सामने कई चुनौतियां आईं। अपने इंटरव्यू में वरुण धवन ने आगे बताया कि ‘जब हम घर के दरवाजे खोलते हैं, तो क्या आपको नहीं लगता कि हम उसे रैट रेस में शामिल होने जा रहे हैं जो घर के बाहर चल रही है। यहां बैठे कितने लोग यह बात कह सकते हैं कि वह बदले हैं। मैं देखता हूं कि लोग पहले से ज्यादा मेहनत करके काम करने लगे हैं। मैंने खुद को फिल्म ‘जुग जुग जियो’ के लिए इतना प्रेशराइज किया कि मुझे महसूस होने लगा कि मैं किसी इलेक्शन में तो भाग नहीं ले रहा हूं। मैं नहीं जानता कि मैंने खुद को इतना स्ट्रेस और प्रेशर में क्यों डाला, लेकिन मैंने किया।’
दुनिया में एक बड़े मकसद से आए हैं
वरुण धवन ने आगे कहा कि ‘कुछ दिनों पहले ही मैंने यह बात अपना ली कि मुझे वेस्टीबुलर हायपोफंक्शन की बीमारी है। मैं नहीं जानता कि मुझे क्या हुआ, लेकिन मैंने सोचा कि बैलेंस जरूरी है लाइफ में। पर मेरा तो यही बैलेंस बिगड़ गया है। मैंने खुद को पुश करना शुरू कर दिया। हम बस रैट रेस में भाग रहे हैं, जिसके बारे में हमसे पूछने वाला कोई नहीं है। मुझे लगता है कि हम इस दुनिया में अगर आए है तो एक बड़े मकसद से आए हैं। मैं अपना यही मकसद ढूंढने की कोशिश कर रहा हूं। उम्मीद करता हूं कि बाकी लोगों को भी यह मकसद मिले।’