Special screening of film '72 Hoorain' to be held in JNU

Special screening of ’72 Hoorain’ : JNU में होगी फिल्म ’72 Hoorain’ की स्पेशल स्क्रीनिंग, मेकर्स ने छात्रों के लिए बताया सुनहरा मौका

Special screening of '72 Hoorain' : फिल्म 72 Hoorain के निर्माता 4 जुलाई को दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में एक विशेष स्क्रीनिंग

Edited By :  
Modified Date: July 3, 2023 / 12:12 PM IST
,
Published Date: July 3, 2023 12:11 pm IST

मुंबई : Special screening of ’72 Hoorain’ : फिल्म 72 Hoorain के निर्माता 4 जुलाई को दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में एक विशेष स्क्रीनिंग रखेंग। बता दें कि फिल्म का ट्रेलर रिलीज कर दिया गया है। पांच साल पहले गोवा में भारत के अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह में दिखाई गई फिल्म ’72 हूरें’ की एक खास स्क्रीनिंग दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में होनी जा रही है। सिनेमाघरों में 7 जुलाई को रिलीज होने जा रही इस फिल्म को लेकर सोशल मीडिया पर वाद प्रतिवाद जारी है और इस बीच फिल्म के जेएनयू परिसर में स्क्रीनिंग के एलान ने फिर से इस फिल्म को सुर्खियों में ला दिया है।

यह भी पढ़ें : इस महीने लॉन्च होगी कई दमदार गाड़ियां, एक क्लिक में देखें पूरी लिस्ट 

राजनीतिक दलों ने जताई आपत्ति

Special screening of ’72 Hoorain’ : कुछ राजनीतिक दलों ने फिल्म ’72 हूरें’ में दिखाए गये आतंकवादियों को मानसिक रूप से बरगलाने के दृश्यों पर गहरी आपत्ति जताई है। इन राजनीतिक दलों का कहना है कि फिल्म में पेश की गईं इस तरह की नकारात्मक बातों से धर्म विशेष को लेकर लोगों में गलत संदेश जाएगा और इससे सामाजिक ताने-बाने को उलटा असर पड़ेगा। मौलाना साजिद राशिद ने फिल्म ’72 हूरें’ पर आपत्ति उठाते हुए उसपर धार्मिक सीख का गलत ढंग से चित्रण करने का आरोप लगाया है।

यह भी पढ़ें : इंतजार खत्म! आज लॉन्च होंगे Motorola के दो धाकड़ स्मार्टफोन, मिलेंगे शानदार फीचर्स, कीमत होगी मात्र इतनी 

मेकर्स ने कही ये बात

Special screening of ’72 Hoorain’ : जेएनयू में 4 जुलाई को फिल्म ’72 हूरें’ की स्पेशल स्क्रीनिंग के संदर्भ में मेकर्स का कहना है कि, स्पेशल स्क्रीनिंग छात्रों के लिए एक ऐसा सुनहरा मौका है जो फिल्म में दिखाई गईं आतंकवादी घटनाओं की सच्चाइयों को लेकर उन्हें खुद को अभिव्यक्त करने का अच्छा अवसर प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि इससे पहले हुए विवादों के विपरीत फिल्म की जल्द होने जा रही स्क्रीनिंग को आतंकवाद जैसे गंभीर मसले को खुले तौर पर संवाद का एक बेहतरीन जरिया समझा जाना चाहिए।

IBC24 की अन्य बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करें