रायपुर: Teejan Bai Health Condition मुख्यमंत्री विष्णु देव साय विख्यात पंडवानी गायिका पद्मविभूषण तीजन बाई के स्वास्थ्य को लेकर चिंतित हैं। उन्होंने तीजन बाई के बेहतर स्वास्थ्य लाभ की कामना की है। मुख्यमंत्री साय ने जिला प्रशासन को तीजन बाई के बेहतर उपचार और देखभाल के लिए जरूरी निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री साय के निर्देश पर चिकित्सकों का दल द्वारा तीजन बाई के स्वास्थ्य पर लगातार निगरानी रखी जा रही है। स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सकों के दल द्वारा दुर्ग जिले के ग्राम गनियारी स्थित आवास में उनकी नियमित रूप से स्वास्थ्य जांच की जा रही है।
Teejan Bai Health Condition तीजन बाई महाभारत की कथा को पूरे वेग व कापालिक शैली में मंच पर उतारने वाली पहली महिला हैं। तीजन बाई का जन्म भिलाई के गांव गनियारी में हुआ था। इनके नाना ब्रजलाल ने इन्हें प्राचीन पंडवानी कला को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने महज 13 वर्ष की अल्पायु से ही छोटे से गांव चंदखुरी जिला दुर्ग से अपने कार्यक्रम की शुरूआत की थी। तब से लेकर अब तक देश ही नहीं बल्कि विश्व के कई मंच पर पंडवानी गायकी से लोगों का मन मोहा है। उनकी मां सुखबती और पिता छुनुक लाल ने उनका लालन-पालन किया। प्रथम गुरु उनके नाना बृजलाल पारधी रहे और औपचारिक प्रशिक्षण उमेश सिंह देशमुख थे।
उस समय में महिला पंडवानी गायिकाएं केवल बैठकर गा सकती थीं जिसे वेदमती शैली कहा जाता है। पुरुष खड़े होकर कापालिक शैली में गाते थे। तीजनबाई वे पहली महिला थीं जो जिन्होंने कापालिक शैली में पंडवानी का प्रदर्शन किया। एक दिन ऐसा भी आया जब प्रसिद्ध रंगकर्मी हबीब तनवीर ने उन्हें सुना और तबसे तीजनबाई का जीवन बदल गया। तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी से लेकर अनेक अतिविशिष्ट लोगों के सामने देश-विदेश में उन्होंने अपनी कला का प्रदर्शन किया।