Reported By: Shashikant Sharma
, Modified Date: October 25, 2024 / 06:53 PM IST, Published Date : October 25, 2024/6:53 pm ISTMahalaxmi Mandir Khargone: खरगोन। हिंदू समाज में दीपावली पर्व पर लक्ष्मी पूजन का विशेष महत्व माना गया हैं। इसलिए खासतौर पर महालक्ष्मी मंदिर में श्रद्धालुओ की भीड़ उमड़ेगी। आज हम खरगोन जिले के ऊन में स्थित ऐसे ही अति प्राचीन महालक्ष्मी मंदिर पहुंचे हैं जो 11 शताब्दी में निर्मित हुआ था। जहां छह भुजाओं वाली मां महालक्ष्मी स्वयंभू विराजमान हैं।
भारत मे तीन स्थानों पर माँ महालक्ष्मी जी के मंदिर है, जिसमें से एक मध्यप्रदेश के खरगोन जिला मुख्यालय से 17 किलोमीटर दूर ऊन में स्थित है। मन्दिरों की नगरी ऊन में 11वीं शताब्दी में निर्मित ऐतिहासिक और प्राचीन धरोहरों में शुमार देवी महालक्ष्मी मंदिर में दीपावली पर्व पर देशभर के हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ेगी। मान्यता है कि, यहां जो भी श्रद्धालु सच्चे मन से मनोकामनाएं मांगते हैं देवी उनकी हर मनोकामना पूरी करती है।
मान्यता ये भी है कि महालक्ष्मी देवी दिन में तीन रूप बदलती हैं। सुबह के समय बाल्य अवस्था, दोपहर के समय युवा अवस्था, और शाम के समय वृद्ध अवस्था में भक्तों को दर्शन देती हैं। मंदिर में नवरात्रि पर भी भारी भीड़ उमड़ती है। साथ ही गोपाष्टमी पर महाअनुष्ठान के साथ महाप्रसादी का भोग लगया जाता है, जिसमें करीब दो लाख से अधिक श्रद्धालु प्रसादी ग्रहण करते हैं।