नई दिल्ली । 23 अक्टूबर को देशभर में धनतेरस त्योहार मनाया जाएगा। धनतेरस के मौके पर लोग ज्यादातर कुछ नया और मूल्यवान खरीदते हैं क्योंकि इसे उनके लिए भाग्य और समृद्धि लाने वाला माना जाता है। धनतेरस के दिन से ही दिवाली त्योहार की विधिवत रुप से शुरुआत होती है। इस त्योहार को आमतौर पर दिवाली से दो दिन पहले मनाया जाता है, इस दिन को अपने घरों में हिंदू पौराणिक कथाओं में धन और समृद्धि का प्रतिनिधित्व करने वाले कुबेर और लक्ष्मी का स्वागत करने के लिए सोने और चांदी के आभूषण, बर्तन और यहां तक कि इलेक्ट्रॉनिक्स खरीदना बेहद शुभ माना जाता है। लेकिन यह भी एक मान्यता है कि धनतेरस के दिन कुछ चीजों की खरीदारी नहीं करना चाहिए। आज हम इसी विषय पर विस्तार से चर्चा करेंगे।
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लोहा
अंधविश्वास फैलाने के लिए नहीं, बल्कि रीति-रिवाजों के अनुसार धनतेरस पर लोहे से बने उत्पादों को घर में नहीं लाना चाहिए। इसके बजाय, कोई तांबे, पीतल और चांदी का विकल्प चुन सकता है।
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तेज वस्तुओं
ऐसी भ्रांति है कि धनतेरस के दिन कोई भी धातु खरीदने से सौभाग्य की प्राप्ति होती है। लेकिन चाकू, कैंची और अन्य तेज वस्तुओं को खरीदना शुभ नहीं माना जाता है।
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काले उत्पाद
भले ही आपको काला पहनना अच्छा लगता है क्योंकि यह आपको आकर्षक बनाता है, लेकिन रंग शुभ नहीं माना जाता है। लोग आमतौर पर इसे किसी भी धार्मिक चीज से अलग रखते हैं। इसलिए धनतेरस के दिन ब्लैक होम में कुछ भी लाने की अनुशंसा नहीं की जाती है।