दिल्ली। चांदनी चौक से कांग्रेस की अलका लांबा और आप के प्रहलाद सिंह साहनी के बीच कांटे की टक्कर होने की संभावना थी, लेकिन ताजा रुझान निराश करने वाले हैं। हाई प्रोफाइल कैंडिडेट अलका लांबा बुरी तरह मुकाबले से बाहर हो गई हैं। आप के प्रहलाद साहनी वोट प्रतिशत के लिहाज से सबसे बड़ी जीत की तरफ बढ़ रहे हैं।
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यहां से अलका लांबा के बदले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सुमन कुमार गुप्ता दूसरे नंबर पर हैं, अलका लांबा को सिर्फ 2200 के आस-पास वोट मिले हैं। वहीं, प्रहलाद साहनी लगभग 40,000 वोटों के साथ करीब 25 हजार वोटों से आगे चल रहे हैं, सुमन गुप्ता को अब तक की काउंटिंग में 12 हजार वोट मिले हैं।
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अब इन आंकड़ों को मत प्रतिशत में बदले तो प्रहलाद साहनी लगातार 70 फीसदी वोट के साथ आगे हैं, अगर यही ट्रेंड रहा तो एकतरफा जीत का रेकॉर्ड बन जाएगा। सभी 70 सीटों से मिले रुझानों और नतीजों के मुताबिक आप ने लगभग 53 फीसदी वोट शेयर हासिल किया है। इस लिहाज से साहनी का अंतर रेकॉर्ड बन जाएगा।
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प्रहलाद सिंह साहनी की गिनती चांदनी चौक के धाकड़ नेताओं में होती है। वो पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के करीबी रहे और चार बार विधायक रहे हैं, इस बार भी उन्हें कांग्रेस से टिकट मिलने की उम्मीद थी लेकिन चुनाव से ठीक पहले आम आदमी पार्टी की अलका लांबा कांग्रेस में शामिल हुईं और उन्हें उम्मीदवार बना दिया गया। कांग्रेस आलाकमान से नाराज होकर प्रहलाद साहनी ने चुनाव से पहले अरविंद केजरीवाल का दामन थाम लिया।
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