नई दिल्ली। त्रिलोकपुरी विधानसभा सीट ईस्ट दिल्ली लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है। ये अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीट है। इस सीट पर कांग्रेस ने सबसे ज्यादा जीत हासिल की है। लेकिन पिछले तीन बार हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को बड़ी हार का सामना करना पड़ा। आम आदमी पार्टी के कब्जे वाली इस सीट पर बीजेपी और कांग्रेस जीत के लिए पूरे दमखम के साथ प्रचार प्रसार कर रही है। अब देखना बेहद दिलचस्प होगा कि कांग्रेस के गढ़ में आम आदमी पार्टी हैट्रिक लगा पाएगी, या फिर बीजेपी की इस सीट पर वापसी होगी।
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आमने-सामने
त्रिलोकपुरी विधानसभा सीट कांग्रेस का गढ़ माना जाता है। इस सीट पर अब तक हुए चुनाव में कांग्रेस को सिर्फ एक बार ही हार का सामना करना पड़ा। 2008 में बीजेपी के सुनील कुमार ने पहली बार यहां अंजना को कुछ सौ मतों से हराकर ये सीट कांग्रेस से छी ली थी। जिसके बाद इस सीट पर आम आदमी पार्टी का कब्जा हो गया। 2013 और 2015 विधानसभा चुनाव में “आप” का झंडा लहराया।
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साल 2015 में आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार राजू धींगन 29,754 वोटों के अंतर से जीत हासिल हासिल करने में कामयाब हुए थे। उन्हें कुल 74,907 वोट मिले थे। हालांकि इस बार आम आदमी पार्टी ने मौजूदा विधायक राजू धींगन के बदले रोहित कुमार महरौलिया को चुनावी मैदान में उतारा है।
त्रिलोकपुरी विधानसभा सीट के चुनावी मुदृदे
दिल्ली में भले ही स्कूल, कॉलेज और स्वास्थ्य पर भरपूर विकास हुआ होगा लेकिन ईस्ट दिल्ली लोकसभा क्षेत्र के त्रिलोकपुरी विधानसभा सीट की जनता अभी साफ पानी, बेहतर स्वास्थ्य सुविधा के लिए तरस रहे हैं। अक्सर बारिश के दिनों में लोगों को तकलीफों का सामना करना पड़ता है। फिलहाल त्रिलोकपुरी की जनता 8 फरवरी को ये फैसला करेगी कि पिछले पांच साल में जो वादे आम आदमी पार्टी ने किए थे वे पूरे हुए हैं या नहीं।
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पिछला परिणाम
इस सीट पर आप के उम्मीदवार राजू धींगन करीब-करीब 30,000 वोटों से जीतने में कामयाब रहे थे। वहीं, कांग्रेस के ब्रह्म पाल को केवल 4,149 वोट ही मिले। जबकि बीएसपी के डॉ गिरीश 2,217 वोट हासिल करने में सफल हुए थे।
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राजनीति इतिहास
1975-76 में इसे विकसित किया गया और सरकार ने यहां रिहाइशी कॉलोनियों का निर्माण कराया। 1993 में त्रिलोकपुरी विधानसभा क्षेत्र बना और यहां से पहली बार कांग्रेस के ब्रह्म पाल चुनाव जीते। 1998 और 2003 के विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस के ब्रह्म पाल का दबदबा कायम रहा। लगातार तीन बार चुनाव जीतने वाली कांग्रेस को 2008 में यहां से हार का सामना करना पड़ा और भारतीय जनता पार्टी के सुनील कुमार विधायक बने।
1993 से लेकर अबतक इस सीट से बीजेपी को मात्र एक बार जीत हासिल हुई है। पिछले दो चुनावों में आप के उम्मीदवार यहां से विजयी रहे। बीजेपी ने इस सीट पर किरण वैध को उम्मीदवार बनाया है। अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित इस क्षेत्र में एक लाख 80 हजार के करीब मतदाता हैं।
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कुल मतदाता
निर्वाचन आयोग के मुताबिक त्रिलोकपुर विधानसभा सीट में मतदाताओं की संख्या 178214 है। इनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 98816 है, जबकि महिला मतदाताओं की कुल संख्या 79376 है।
8 फरवरी को डाले जाएंगे वोट, परिणाम 11 को
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 के लिए में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) के साथ ही भाजपा और कांग्रेस भी सत्ता प्राप्ति के लिए मैदान में संर्घष कर रही हैं। दिल्ली विधानसभा की सभी 70 सीटों के लिए 8 फरवरी को वोट डाले जाएंगे और मतगणना 11 फरवरी को होगी।
उल्लेखनीय है कि 2015 के विधानसभा चुनाव में यहां कांग्रेस अपना खाता नहीं खोल पाई। बीजेपी को 3 सीटें मिली। जबकि आम आदमी पार्टी ने 67 सीटों का कब्जा जमाया। हालांकि लोकसभा सीट में बीजेपी ने सभी 7 सीटों पर जीत हासिल की है।
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