मंगलुरु, 16 नवंबर (भाषा) देश के सशस्त्र बल चिकित्सा सेवा (एएफएमएस) की प्रथम महिला महानिदेशक (डीजी) सर्जन वाइस एडमिरल डॉ. आरती सरीन ने शनिवार को यहां कहा कि देश के युवा अपनी प्रतिभा का उपयोग राष्ट्र निर्माण के लिए करें।
उन्होंने आग्रह किया कि युवा शक्ति देश की पारंपरिक कला और संस्कृति को संरक्षित रखने और उसे बढ़ावा देने का भी प्रयास करें।
सरीन ने ‘निट्टे’ विश्वविद्यालय के 14वें दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कहा, “देश के युवा केवल डिग्री हासिल करना ही अपना कर्तव्य न समझें बल्कि वह अपनी उच्च शिक्षा से प्राप्त प्रतिभा का उपयोग राष्ट्र निर्माण के लिए करें। साथ ही युवा शक्ति देश की पारंपरिक कला और संस्कृति को संरक्षित रखने व उसे बढ़ावा देने का भी प्रयास करे।”
सरीन ने दीक्षांत समारोह के बाद ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि युवा शक्ति को देश से प्राप्त सभी चीजों को समाज को लौटाना चाहिए तभी भारत एक बार फिर विश्व गुरु बनेगा और ज्ञान के सभी क्षेत्रों और अर्थव्यवस्था में शीर्ष राष्ट्र के रूप में उभरेगा।
उन्होंने कहा कि मानवता का सर्वांगीण विकास तभी संभव है जब हम अपनी प्रतिभाओं का उपयोग समाज के उत्थान के लिए करें और शिक्षा का यही एक मुख्य उद्देश्य है।
दीक्षांत समारोह में कुल 1052 छात्रों को पीएचडी, स्नातकोत्तर एवं स्नातक समेत तमाम उपाधियां प्रदान की गयीं।
भाषा इन्दु जितेंद्र
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