नई दिल्ली। यातायात पुलिस द्वारा समय-समय पर लोगों को ट्रैफिक नियमों के माध्यम से जागरूक किया जाता है। बावजूद इसके कुछ ऐसे लोग हैं तो अपनी हरकतों से बाज नहीं आते। सोशल मीडिया पर आपने कई ऐसे वीडियो देखे होंगे, जिसमें लोग खतरनाक स्टंट तो कुछ सिग्नल और सड़कों पर ट्रेफिक रूल्स तोड़ने नजर आते हैं। ऐसे में अब ऐसे लोगों को सबक सिखाने यातायात पुलिस ने एक नया जुगाड़ निकाला है।
रीलांच हुआ ट्रैफिक प्रहरी ऐप
ट्रैफिक प्रहरी ऐप रीलांच होने के बाद 22 दिन की अवधि में 2,513 उल्लंघनों की रिपोर्ट दर्ज की गई। जो यातायात प्रबंधन में आम जन की सक्रिय भागीदारी को दर्शाता है। ट्रैफिक पुलिस के एक अधिकारी के अनुसार, 28 अगस्त से 18 सितंबर के बीच 7,242 लोगों ने मोबाइल ऐप डाउनलोड किया और 3,128 नए उपयोगकर्ताओं ने पंजीकृत किया। 3.98 लाख उल्लंघन की रिपोर्ट दर्ज आंकड़ों के अनुसार, ऐप के 1.86 लाख डाउनलोड, 80,777 पंजीकृत उपयोगकर्ता हैं और इस पर 3.98 लाख उल्लंघन की रिपोर्ट की गई है। यह ऐप नागरिकों को खतरनाक और गलत साइड ड्राइविंग, फर्जी नंबर प्लेट, अनुचित पार्किंग या फुटपाथ पर पार्किंग, ऑटोरिक्शा या टैक्सी चालकों द्वारा दुर्व्यवहार या उत्पीड़न।
ऐप से आम जनता कर सकेगी ये शिकायतें
ये ऐप अधिक किराया लेना, लाल बत्ती पार करना, ऑटोरिक्शा या टैक्सी चालकों द्वारा जाने से मना करना, दो पहिया वाहनों पर तीन लोगों को बैठाना, वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का उपयोग करना, बिना हेलमेट के वाहन चलाना और बिना सीट बेल्ट के वाहन चलाना जैसे उल्लंघनों की रिपोर्ट करने का अधिकार देता है। इस पुरस्कार-आधारित योजना के तहत, कोई व्यक्ति मोबाइल ऐप डाउनलोड कर सकता है और अपने मोबाइल नंबर का उपयोग करके पंजीकरण कर सकता है। पंजीकरण करने के बाद ऐप पर ट्रैफिक उल्लंघन (traffic violation) की फोटो और वीडियो अपलोड करके ट्रैफिक उल्लंघन की रिपोर्ट की जा सकती है।
क्या है ट्रैफिक प्रहरी योजना
ट्रैफिक प्रहरी योजना नागरिकों को पुलिस की आंख और कान बनने और यातायात उल्लंघनों की रिपोर्ट करके उनकी संख्या कम करने में मदद करती है। इस योजना के तहत मोबाइल ऐप दिसंबर 2015 में लांच किया गया था। उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने कुछ समय पहले यातायात पुलिस को ट्रैफिक प्रहरी ऐप को अपग्रेड कर फिर से लांच करने का निर्देश दिया था।
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2 hours ago