नई दिल्ली : Wrestlers strike in delhi : भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के अध्यक्ष और BJP सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ दिल्ली के जंतर-मंतर पर पहलवानों का धरना तीसरे दिन मंगलवार को भी जारी है। पहलवान लगातार इस मामले में बड़े-बड़े खुलासे कर रहे हैं। इसी बीच विनेश फोगाट ने एक और बड़ा खुलासा किया है। विनेश ने एक इंटरव्यू में पूछा गया कि आखिर अध्यक्ष से कितनी लड़कियां प्रताड़ित होंगी। जिसके जबाब में विनेश ने कहा कि इसकी कोई गिनती ही नहीं है।
मैं आपको 100 बताऊं, 200 बताऊं, 500 बताऊं, 700 बताऊं, 1000 बताऊं, जितनी भी बताऊं मुझे तो कम लगती है। क्योंकि 12 साल से हमने इसका अत्याचार देखा है कि कितना हुआ है। कोई एक लड़की ही कुश्ती में इसने ऐसी छोड़ी होगी, जिसके साथ इसने बदतमीजी या सेक्शुअल हैरेसमेंट करने की कोशिश न की हो।
Wrestlers strike in delhi : मुश्किल से ही कोई एक लड़की रेस्लिंग में बची होगी। मैं इसकी गिनती बता नहीं सकती कि कितनों के साथ ये सब हुआ है। इस काम में ये पूरा सिस्टम जुड़ा होता है। एक अकेला आदमी कुछ नहीं करता है। पूरा सिस्टम फॉलो अप करता है कि कौन लड़की कहां जा रही है और कहां से हैं। उनका मोबाइल नंबर निकालना है, उनसे बातचीत करवानी है। ये एक पूरा सिस्टम होता है, जिसके जरिए सब जाते हैं और फिर बृजभूषण की एंट्री होती है।
Wrestlers strike in delhi : हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने जंतर-मंतर पर धरना दे रहे खिलाड़ियों के समर्थन का ऐलान किया है। हुड्डा का कहना है कि ये खिलाड़ी हमारे देश की शान हैं। इन्होंने हर बार देश के परचम को पूरी दुनिया में फहराया है। अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ियों को रोड पर आकर धरने पर बैठना पड़े बड़ी शर्मनाक बात है। खिलाड़ियों को न्याय मिलना चाहिए। क्योंकि उनकी मांग जायज़ है। ऐसे में वो खुद राजनीति से ऊपर उठकर लगातार खिलाड़ियों के लिए न्याय की मांग कर रहे हैं। वो आज दिल्ली के जंतर-मंतर पर जाकर उनसे मुलाकात करेंगे। हुड्डा ने कहा कि उन्होंने बार-बार कुश्ती संघ पर लगे तमाम आरोपों की निष्पक्ष जांच करवाने की मांग की है। खिलाड़ियों की शिकायतों पर सरकार को तुरंत एक्शन लेना चाहिए।
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Wrestlers strike in delhi : धरने पर बैठे पहलवान लगातार वहां से उनका समर्थन करने की अपील कर रहे हैं। पहलवानों ने वहां से पहले सभी राजनीतिक दलों से उनका समर्थन करने की अपील की। इसके बाद उन्होंने सभी खापों से माफी मांगते हुए साथ मांगा। अब बजरंग ने फिर एक अपील की है कि ये सिर्फ कुश्ती की लड़ाई नहीं हो सकती। क्योंकि इस तरह का शोषण हर गेम में होता है। इसलिए वह अपने समर्थन में बाकी सभी गेम के खिलाड़ियों का समर्थन भी चाहते हैं ताकि हर खेल को बचाया जा सके।