your salary and working hours change from 1st of this month
नई दिल्ली। 1 अक्टूबर से केंद्र सरकार नया लेबर कोड लागू कर सकती है। इससे आपकी सैलरी पर भी प्रभाव पड़ सकता है। अब तक की जानकारी के मुताबिक चारों लेबर कोड एक बार में ही लागू किए जाएंगे और यह फैसला 1 अक्टूबर तक किया जा सकता है। इन नियमों के लागू होने के बाद टेक होम सैलरी कम हो जाएगी और प्रोविडेंट फंड की लायबिलिटी बढ़ जाएगी।
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जब ये कोड लागू हो जाएंगे तो बेसिक पे और प्रोविडेंट फंड की गणना करने के तरीके बदल जाएंगे। बता दें कि मंत्रालय ने चारों कोड के तहत नियम तय कर लिए थे लेकिन इन्हें लागू नहीं किया जा सका क्योंकि श्रम का मामला समवर्ती सूची में आता है।
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नए प्रस्तावित नियमों के मुताबिक मूल वेतन कुल वेतना का 50 फीसदी या ज्यादा होना चाहिए। ऐसे में वेतन की पूरी संरचना बदल जाएगी। अब तक वेतन में भत्तों का हिस्सा अधिक हुआ करता था। मूल वेतन बढ़ने के बाद पीएफ भी बढ़ जाएगा। इसके बाद टेक होम सैलरी कम हो जाएगी। हालांकि रिटायरमेंट के वक्त इसका फायदा मिलेगा।
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अगर यह नियम लागू होता है तो ऑफिस का टाइम भी बढ़ जाएगा क्योंकि नए श्रम कानून में अधिकतम 12 घंटे काम करने का प्रस्ताव रखा गया है। ओएसएच कोड के प्रस्तावितन नियमों के मुताबिक 15 से 30 मिनट तक के अतिरिक्त काम को गिनकर इसे ओवरटाइम में शामिल करने का प्रस्ताव है।
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अगर अभी की बात करें तो 30 मिनट से कम के काम को ओवरटाइम में नहीं गिना जाता है। इन प्रस्तावित नियमों में यह भी है कि किसी भी कर्मचारी से 5 घंटे से ज्यादा लगातार काम न लिया जाए। हर पांच घंटे में आधे घंटे का रेस्ट अनिवार्य है।