नई दिल्ली: जदयू और टीडीपी के सहयोग से बीजेपी केंद्र की सत्ता में तीसरी बार काबिज होने में कामयाब रही हैं। फिलहाल भाजपा के पास 240 सांसद हैं जबकि बहुमत का आंकड़ा 272 हैं। शेष सांसद जदयू, तेदेपा समेत दूसरे छोटे दलों के हैं। इस तरह भाजपा के पास 293 सांसदों का समर्थन हासिल हैं। लेकिन यह आंकड़ा बना इसी तरह रहे इस पर नया सस्पेंस खड़ा हो गया हैं।
दरअसल पश्चिम बंगाल के टीएमसी सांसद के दावे से बीजेपी खेमे में हड़कंप मचा हुआ हैं। राज्य की सत्ताशीन तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सांसद साकेत गोखले ने दावा किया हैं कि पश्चिम बंगाल से भाजपा के तीन सांसद पार्टी के संपर्क में हैं और संसद में भगवा पार्टी के सदस्यों की संख्या जल्द ही घटकर 237 रह जाएगी। सांसद गोखले ने ‘एक्स’ पर लिखा कि, “आज की स्थिति के अनुसार, लोकसभा में संख्याएँ हैं भाजपा: 240, भारत: 237. पश्चिम बंगाल में भाजपा के तीन सांसद हमारे संपर्क में हैं और जल्द ही एक सुखद आश्चर्य होगा। उसके बाद, भाजपा: 237, भारत: 240. राज्यसभा सांसद गोखले ने एक्स पर लिखा, “मोदी का अस्थिर गठबंधन एक अस्थायी संरचना है, जो ज्यादा समय तक नहीं चलने वाली है।
As of today, the numbers in the Lok Sabha are
BJP: 240
INDIA: 2373 BJP MPs in West Bengal are in touch with us & there will be a nice surprise soon.
After that,
BJP: 240
INDIA: 240Modi’s creaky coalition is a temporary structure which isn’t going to last very long.
— Saket Gokhale MP (@SaketGokhale) June 11, 2024
वही टीएमसी नेता के इन टिप्पणियों पर पश्चिम बंगाल भाजपा इकाई ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की और इस दावे को “निराधार” करार दिया हैं। वेस्ट बंगाल भाजपा इकाई ने कहा कि उनकी स्टेट यूनिट पूरी तरह एकजुट है।
बता दें कि हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनावों में भाजपा 240 सीटों के साथ बहुमत से चूक गई, लेकिन एनडीए ने 293 सीटों के साथ बहुमत हासिल किया। कांग्रेस को 99 सीटें मिलीं, जबकि इंडिया ब्लॉक को 234 सीटें मिलीं। चुनावों के बाद, जीतने वाले दो निर्दलीय उम्मीदवारों ने भी कांग्रेस को समर्थन देने का वादा किया है, जिससे इंडिया ब्लॉक की संख्या 236 हो गई है।
गोखले के दावे पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य ने कहा कि टीएमसी ‘‘दिवास्वप्न देख रही है।’’ उन्होंने कहा, “2014 से ही टीएमसी केंद्र सरकार में अहम ताकत बनने का सपना देख रही है, लेकिन उसकी उम्मीदें एक बार नहीं, बल्कि तीन बार धराशायी हो गईं। भाजपा और एनडीए एकजुट हैं। बंगाल से कोई भी भाजपा सांसद टीएमसी के संपर्क में नहीं है।”