नई दिल्ली। Next President of BJP : भारतीय जनता पार्टी में राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर लगातार मंथन जारी है। साल 2024 में 4 राज्यों में विधानसभा चुनाव होना है। अगले कुछ महीनों में हरियाणा, महाराष्ट्र और झारखंड में चुनाव है। वहीं, जम्मू-कश्मीर में भी इसी साल चुनाव कराने की तैयारी है। जम्मू-कश्मीर में 2018 से सरकार नहीं है। 4 राज्यों के चुनाव को लेकर बीजेपी के अध्यक्ष की भूमिका भी बढ़ जाएगी। इस बीच, आज रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के घर पर बीजेपी और आरएसएस की बैठक चली जहां बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर चर्चा की गई।
Next President of BJP : इस बैठक का पूरा फोकस बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष पर चर्चा करना था। इस बैठक में बीजेपी नेताओं में से जेपी नड्डा, अमित शाह, राजनाथ सिंह तो वहीं RSS से दत्तात्रेय होसबले और अरुण कुमार बैठक में शामिल हुए। सूत्रों के अनुसार, ऐसा माना जा रहा है कि आगामी 4 राज्यों के विधानसभा चुनावों को देखते हुए बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा अभी बीजेपी के अध्यक्ष बने रह सकते हैं। जैसा की ज्ञात है कि जेपी नड्डा गुजरात से राज्यसभा सांसद चुने गए हैं। 2024 के लोकसभा चुनावों के बाद मोदी कैबिनेट में वह स्वास्थ्य, रसायन और उर्वरक मंत्रालय संभाल रहे हैं। ऐसे में पार्टी एक बार फिर कुछ महीनों के लिए जेपी नड्डा को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए रख सकती है। हालांकि अभी तक पार्टी की ओर से किसी नाम की पुष्टि नहीं हुई है।
भारतीय जनता पार्टी (BJP) में अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए पार्टी के संविधान में स्पष्ट निर्देश हैं। बीजेपी के संविधान की धारा-19 के तहत राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की व्यवस्था की गई है। धारा-19 मुताबिक, पार्टी के अध्यक्ष का चुनाव एक निर्वाचक मंडल द्वारा किया जाएगा। इसमें राष्ट्रीय परिषद और प्रदेश परिषदों के वर्णित सदस्य होंगे। राष्ट्रीय कार्यकारिणी के कम से कम 20 सदस्य नाम का प्रस्ताव रखते हैं। पार्टी के संविधान में कहा गया है कि यह चुनाव राष्ट्रीय कार्यकारिणी द्वारा निर्धारित नियमों के मुताबिक किया जाएगा।
हालांकि बता दें कि 1980 में बीजेपी का गठन हुआ था और इसके बाद इसमें कभी भी राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए चुनाव नहीं हुआ। पार्टी का संविधान कहता है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के लिए एक निर्वाचन मंडल का प्रावधान भी है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव में नामांकन करने वाला हमेशा एक ही शख्स होता है और बाद में उसे निर्विरोध अध्यक्ष चुन लिया जाता है।
बता दें कि बतौर बीजेपी अध्यक्ष का कार्यकाल 3 साल का होता है। एक व्यक्ति लगातार दो बार राष्ट्रीय अध्यक्ष बना रह सकता है। इसके साथ ही पार्टी के परिषद, समिति और कार्यकारिणी के नेताओं का कार्यकाल भी 3 साल का ही होता है। वहीं पार्टी अध्यक्ष बनने की तय उम्र 18 साल रखी गई है। मगर उनका संबंध किसी अलग दूसरी राजनीतिक पार्टी से संंबंध नहीं होना चाहिए।