मुंबई। Who is Ujjwal Nikam: मुंबई से सटे ठाणे जिले के बदलापुर में चार साल की दो बच्चियों के यौन शोषण के मुद्दे पर महाराष्ट्र सरकार एक्शन मोड में आ गई है। वहीं अभिभावकों के बदलापुर रेलवे स्टेशन बड़े प्रदर्शन के बाद सरकार ने इस मामले की जांच के लिए पब्लिक प्रॉसीक्यूटर (सरकारी अभियोजक) के तौर पर उज्जवल निकम को खड़ा किया गया है। उन्होंने 26/11 मुंबई आतंकी हमलों जैसे बड़े केस में भी काम किया है। बता दें कि उन्होंने अब तक आतंक और दुष्कर्म जैसे जघन्य मामलों में 628 आरोपियों को आजीवन कारावास और 37 को मौत की सजा दिलवा चुकें हैं। उनके इस काम को देखते हुए उन्हें पद्म श्री पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है। तो जानते हैं कि आखिर उज्जवल निकम कौन है।
बता दें कि 71 साल के हो चुके उज्जवल निकम के नाम कई ऐसे केस हैं जिन्हें सुनकर रूह कांप जाती है लेकिन उन्हें सही अंजाम तक पहुंचाने वाले यही वकील थे। पहले भी कई हाई-प्रोफाइल मामलों को संभाल चुके उज्जवल निकम 26 नवंबर 2008 को मुंबई में हुए आतंकवादी हमलों में पकड़े गए एकमात्र आतंकवादी अजमल कसाब के मुकदमे में सरकारी वकील थे। उन्होंने कसाब की मौत की सजा के लिए जोरदार दलीलें दी थी। लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी कसाब को नवंबर 2012 में पुणे की यरवदा जेल में फांसी दी गई थी।
दरअसल, ठाणे जिले के बदलापुर में मंगलवार को दो चार वर्षीय लड़कियों के साथ उनके स्कूल के सफाईकर्मी द्वारा कथित यौन उत्पीड़न के मामले में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया गया। घटना के बाद गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने बदलापुर रेलवे स्टेशन पर घेराव कर पटरियों को अवरुद्ध कर दिया। आक्रोशित भीड़ ने पुलिस के साथ झड़प की और उस स्कूल में भी तोड़फोड़ की जहां यह अपराध हुआ था। जिसके बाद कई घंटों की नाकेबंदी के बाद शाम को पुलिस ने भीड़ पर लाठीचार्ज किया और पटरियों को खाली कराया। वहीं अब इस मामले में एफआईआर दर्ज करने में शुरुआती देरी के लिए गृह मंत्री फडणवीस ने तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित भी किया था। जिसके बाद इस मामले को महाराष्ट्र की तेजतर्रार आईपीएस आरती सिंह को सौंपा गया और दोषियों को जल्द सजा दिलाने के लिए मुंबई हमले में सरकारी वकील रहे उज्जवल निकम को एडवोकेट नियुक्त किया गया।
Who is Ujjwal Nikam: मालूम हो कि, देश में आतंकवाद के कई केसों में उज्जवल निकम का नाम शान से लिया जाता है। उन्हें साल 2016 में पद्मश्री से सम्मानित किए गए। बता दें कि, निकम ने इस साल के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के टिकट पर मुंबई उत्तर मध्य निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ा था। हालांकि कांग्रेस की वर्षा गायकवाड़ से वह हार गए थे। निकम ने 1991 में कल्याण बम विस्फोट के लिए रविंदर सिंह को दोषी ठहराने में मदद की थी। इसके बाद वह 1993 में मुंबई सीरियल ब्लास्ट मामले के लिए सरकारी वकील बने थे। उज्ज्वल निकम ने 1997 में बॉलीवुड प्रड्यूसर और टी सीरीज के संस्थापक गुलशन कुमार की हत्या जैसे कई हाई प्रोफाइल केस लिया।