नई दिल्ली। कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए मास्क कब पहनने का सवाल सबसे ज्यादा पूछा जा रहा है। मास्क पहने को लेकर कैसे सवाल सामने आ रहे हैं। इनमें से एय ये भी है कि ‘क्या लक्षण नहीं दिखने पर भी हमें मास्क पहनने की जरूरत है? प्रारंभिक दिशानिर्देशों के मुताबिक इसका जवाब है नहीं।
पढ़ें- अमेरिकी पत्रकार का काटा था सिर, पाक जेल से जल्द रिहा हो सकता हैं खूंखार आतंकी
अमेरिकी सरकार ने सावधानी बरतते हुए लोगों को बाहर जाने पर मास्क पहनने की सलाह देते हुए उस शोध का हवाला दिया कि कोरोना वायरस महज सांस लेने से भी फैल सकता है। यानी अब अमेरिका में हर किसी को मास्क पहनना अनिवार्य है। हालांकि ये मास्क नॉन मेडिकल मास्क हो सकते हैं जिसे घर पर बनाना संभव है।
पढ़ें- कोरोना ने पाकिस्तान की कमर तोड़ी, डगमगाई अर्थव्यवस्था को पटरी पर ला…
अमेरिका में आम लोगों के स्वास्थ्य की सुरक्षा की सबसे अहम एजेंसी सेंटर्स फॉर डिजिज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन (सीडीसी) के प्रारंभिक दिशानिर्देशों के अनुसार फेस मास्क केवल उन लोगों को पहनना चाहिए जो बीमार हैं। या फिर वो किसी ऐसे व्यक्ति की देखभाल कर रहे हैं जो बीमार है।
पढ़ें- कोरोना के जंग में रूस की चीन ने किया मदद, मेडिकल मास्क, प्रोटेक्ट…
लेकिन गौर करने वाली बात ये है कि 3 अप्रैल के बाद से सीडीसी (CDC) ने मास्क को लेकर दिए गए प्रारंभिक दिशानिर्देशों में बदलाव किया है। ये बदलाव उस शोध के बाद आया है जिसके अनुसार करीब 25 प्रतिशत ऐसे मरीज हैं जिनमें कोरोना के किसी भी तरह के लक्षण दिखाई नहीं दिए। शोधकर्ताओं ने पाया है कि ऐसे मरीज दूसरों तक संक्रमण फैलाने में अहम भूमिका अदा कर सकते हैं।