What Is Exit Poll?: मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, मिजोरम और तेलंगाना में मतदान संपन्न हो चुका है। इन सभी की किस्मत का फैसला आनें वाली 3 दिसंबर को होने जा रहा है। इससे पहले आज 30 नवंबर को एग्जिट पोल पर लगे सभी प्रतिबंध हट गए है। जिसके बाद तमाम सारे न्यूज चैनल्स और संस्थाओं के एग्जिट पोल सामने आ गए है। जिसमें पांचों राज्यों में कौनसी पार्टी को कितनी सीट जीतनी की संभावना दिखाई गई है। इस के चुनाव काफी दिलचस्प है। कुछ भी कहना मुश्किल है। लेकिन इससे पहले राजनीतिक विश्लेशक द्वारा कई दावे भी किए गए। ऐसे में एग्जिट पोल काफी अहम हो जाते है।
What Is Exit Poll?: आज तमाम सारे सर्वों के एग्जिट पोल जारी हो गए है। इसके बाद सवाल ये उठता है कि ये एग्जिट पोल कितने सही होते है? तो आपको बता दें इससे पहले 2013 और 2018 में कुछ ही एग्जिट पोल्स सटीक परिणाम के आसपास जरूर पहुंचे थे। हालांकि, उसमें मिले संकेत सटीक थे। 2013 में भाजपा की जीत और 2018 में कांटे के मुकाबले का अनुमान एग्जिट पोल्स ने सटीक लगाया था। इस बार भी ऐसा ही मुकाबला देखने को मिल रहा है।
What Is Exit Poll: दरअसल एग्जिट पोल एक तरह का चुनावी सर्वे होता है। मतदान वाले दिन जब मतदाता वोट देकर पोलिंग बूथ से बाहर निकलता है तो वहां अलग-अलग सर्वे एजेंसी और न्यूज चैनल के लोग मौजूद होते हैं। वह मतदाता से वोटिंग को लेकर सवाल पूछते हैं। इसमें उनसे पूछा जाता है कि उन्होंने किसको वोट दिया है? इस तरह से हर विधानसभा के अलग-अलग पोलिंग बूथ से वोटर्स से सवाल पूछा जाता है। मतदान खत्म होने तक ऐसे सवाल बड़ी संख्या में आंकड़े एकत्र हो जाते हैं। इन आंकड़ों को जुटाकर और उनके उत्तर के हिसाब से अंदाजा लगाया जाता है कि पब्लिक का मूड किस ओर है? मैथमेटिकल मॉडल के आधार पर ये निकाला जाता है कि कौन सी पार्टी को कितनी सीटें मिल सकती हैं? इसका प्रसारण मतदान खत्म होने के बाद ही किया जाता है।
What Is Exit Poll: एग्जिट पोल कराने के लिए सर्वे एजेंसी या न्यूज चैनल का रिपोर्टर किसी भी बूथ पर जाकर वहां लोगों से बात करता है। इसमें पहले से तय नहीं होता है कि वह किससे सवाल करेगा? आमतौर पर मजबूत एग्जिट पोल के लिए 30-35 हजार से लेकर एक लाख वोटर्स तक से बातचीत होती है। इसमें क्षेत्रवार हर वर्ग के लोगों को शामिल किया जाता है।
Difference Between Opinion Poll and Exit Poll: ओपिनियन पोल चुनाव से पहले करवाए जाते हैं। ओपिनियन पोल में सभी लोगों को शामिल किया जाता है, भले ही वो वोटर हों या न हों। ओपिनियन के रिजल्ट के लिए चुनावी दृष्टि से क्षेत्र के प्रमुख मुद्दों पर जनता की नब्ज को टटोलने का प्रयास किया जाता है। इसके तहत क्षेत्रवार यह जानने की कोशिश की जाती है कि जनता किस बात से नाराज और किस बात से संतुष्ट है।
Difference Between Opinion Poll and Exit Poll: एग्जिट पोल मतदान के तुरंत बाद किया जाता है। एग्जिट पोल में केवल वोटर्स को ही शामिल किया जाता है। मतलब इसमें वही लोग शामिल होते हैं, जो वोट डालकर बाहर निकलते हैं। एग्जिट पोल निर्णायक दौर में होता है। मतलब इससे पता चलता है कि लोगों ने किस पार्टी पर भरोसा जताया है। एग्जिट का प्रसारण मतदान के पूरी तरह से खत्म होने के बाद ही किया जाता है।
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