कोलकाता: पश्चिम बंगाल से भाजपा नेताओं की शर्मनाक हरकत सामने आई है। दरअसल पश्चिम बंगाल के बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष मंगलवार को एक रैली को संबोधित कर रहे थे। इसी दौरान उस रास्ते में एक एंबुलेंस आ गया। भाजपा नेताओं ने एंबुलेंस को जाने के लिए जगह नहीं दी। हद तो तब हो गई, जब प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने एंबुलेंस को रास्ता बदलने की नसीहत दे डाली।
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दरअसल दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय परिसर में हुए हमले को लेकर एक सभा को संबोधित कर रहे थे। इसी दौरान उसी रास्ते से एक एंबुलेंस मरीज को लेकर पहुंचा। एंबुलेंस को देखकर दिलीप घोष ने कहा कि यहां हजारों लोग बैठे हुए हैं इसलिए एंबुलेंस अपना रास्ता बदल ले। उन्होंने आरोप लगाया कि वे (टीएमसी) जानबूझकर ऐसा कर रही है। इस रैली को रोकने के लिए यह उनकी रणनीति है।
#WATCH West Bengal: State BJP chief Dilip Ghosh orders to divert route of ambulance during an event in Nadia; says, “divert the route of ambulance as hundreds of people are sitting here. They (TMC) are doing it purposely. It’s their tactic to disrupt this rally.” (06.01.2020) pic.twitter.com/SALCvph6QQ
— ANI (@ANI) January 8, 2020
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दिलीप घोष ने शिक्षण संस्थानों में हिंसा वाम दलों का ‘तोहफा’ है जो अब उन्हें ‘वापस मिल रहा है’ क्योंकि हिसाब बराबर किया जा रहा है। जेएनयू में रविवार (5 जनवरी) रात डंडों और रॉड से लैस नकाबपोश लोगों ने छात्रों और शिक्षकों पर हमला किया और परिसर में संपत्ति को नुकसान पहुंचाया जिसके बाद प्रशासन को पुलिस बुलानी पड़ी। छात्र राजनीति और शिक्षण संस्थानों में हिंसा वामपंथी छात्र संगठनों का तोहफा है। आप सिर्फ पश्चिम बंगाल, केरल और त्रिपुरा के शिक्षण संस्थानों में हिंसा देखेंगे जहां वाम दल या तो सत्ता में हैं या फिर कुछ सालों पहले तक सत्ता में थे।
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14 नवंबर : बाल दिवस के रूप में मनाया जाता…
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