वायनाड: Wayanad Landslides Updates केरल के वायनाड में हुए भूस्खलन ने पूरे देश को झकझोर कर दिया है। सोमवार देर रात 4 जगहों पर लैंडस्लाइड हुई। रात 2 बजे से सुबह 6 बजे के बीच हुए लैंडस्लाइड में 4 गांवों के पुल, सड़कें और गाड़ियां भी बह गईं। बारिश के बाद लैंडस्लाइड से हुए भीषण हादसे में मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। अब तक मरने वालों की संख्या बढ़कर 143 पहुंच गई है। वहीं अभी भी 220 लोग लापता बताए जा रहे हैं। रेस्क्यू के लिए आर्मी, एयरफोर्स, SDRF और NDRF को लगाया गया है। मंगलवार से हुई इस घटना से पूरा देश दुखी है। केरल सरकार ने इस घटना में दो दिनों के लिए राजकीय शोक की घोषणा की है।
Wayanad Landslides Updates आपको बता दें कि वायनाड में मौसम अभी भी खराब है। मौसम विभाग ने भारी बारिश की वजह से यहां रेड अलर्ट जारी कर दिया है। इसलिए रेस्क्यू टीम को काफी मुश्किल आ रही है। वहीं पीड़ित परिवार मलबे में दबे अपनों की तलाश कर रहे हैं। ड्रोन और डॉग स्क्वॉड की मदद भी ली जा रही हैं। मुख्यमंत्री के मुताबिक जिस जगह (मुंडक्कई) पर यह भूस्खलन हुआ, वह उच्च जोखिम वाले आपदा क्षेत्र में आता है और वहां लोग नहीं रहते हैं। वहां से मिट्टी, पत्थर और चट्टानें लुढ़क कर चूरलमाला पर आ गईं, जो भूस्खलन की शुरुआत वाले स्थान से 6 किलोमीटर दूर है। यह कोई संवेदनशील स्थान नहीं है और यहां कई लोग सालों से रह रहे हैं। इसके मद्देनजर यहां बड़ी जनहानि हुई है।
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वायनाड में कुदरत की विनाशलीला का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि जहां लैंडस्लाइड हुआ, वहां से करीब 50 किलोमीटर दूर मल्लपुरम के पोथुकल्लू इलाके से 10 शव बरामद किए गए हैं, जो चलियार नदी में बहकर आए थे। रेस्क्यू टीम के मुताबिक, मलबे में अभी और भी लोग दबे हो सकते हैं। सिविल डिफेंस, पुलिस, दमकल विभाग, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ के करीब 250 जवान राहत बचाव में जुटे हैं। वहीं, सेना ने 122 इनफैन्ट्री के करीब 225 जवान रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे हैं। इंडियन एयरफोर्स ने कोयंबटूर के सुलूर एयरबेस से 2 हेलिकॉप्टर भेजे हैं, जो लोगों को लगातार मलबे से निकाल रहे हैं।
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आपको बता दें कि पांच साल पहले 2019 में भारी बारिश के चलते इन्हीं गांवों में लैंडस्लाइड हुई थी। जिसमें 17 लोगों की मौत हुई थी। 5 लोगों का आज तक पता नहीं चला। इस घटना में 52 घर तबाह हुए थे।