देहरादून, 31 जनवरी (भाषा) उत्तराखंड में हरिद्वार जिले के खानपुर से निर्दलीय विधायक उमेश कुमार को पुलिस ने शुक्रवार को उस समय हिरासत में ले लिया जब वह रूड़की स्थित उनके कैंप कार्यालय पर पूर्व भाजपा विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन द्वारा हाल में गोलीबारी करने के विरोध में आयोजित एक रैली को संबोधित करने जा रहे थे।
डोईवाला पुलिस थाने के एक अधिकारी ने बताया कि दोनों नेताओं के समर्थकों में जारी तनाव को बढ़ने से रोकने के लिए एहतियातन कुमार को लच्छीवाला टोल प्लाजा पर हिरासत में ले लिया गया और डोईवाला पुलिस थाने लाया गया।
उन्होंने बताया कि कुमार को जिस समय हिरासत में लिया गया, उस समय वह रैली के लिए जा रहे थे।
इस रैली का आयोजन विधायक ने उनके कैंप कार्यालय पर चैंपियन द्वारा की गयी गोलीबारी के विरोध में किया गया था। हांलांकि, 26 जनवरी की शाम हुई इस घटना के बाद चैंपियन को गिरफ्तार कर लिया गया था और 27 जनवरी को अदालत ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था।
पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने के बाद संवाददाताओं से बात करते हुए कुमार ने कहा, ‘‘लक्सर में महापंचायत के लिए जुटे लोगों को इससे निराशा होगी क्योंकि उनका नेता ही वहां नहीं पहुंच सका लेकिन एक नेता की पहली और सबसे महत्वपूर्ण जिम्मेदारी व्यक्तिगत हितों से उपर उठकर समाज में शांति कायम रखने में मदद करना है।’’
चैंपियन और कुमार में लंबे समय से जारी राजनीतिक प्रत़िद्धंदिता ने रविवार को हिंसक रूप ले लिया जब पूर्व भाजपा विधायक ने निर्दलीय विधायक के कैंप कार्यालय पर गोलीबारी की तथा उनके समर्थकों को अपशब्द बोलते हुए उनके साथ मारपीट भी की।
इस घटना की सूचना मिलने पर कुमार भी जवाबी प्रतिक्रिया में चैंपियन के घर पहुंचे। एक वायरल वीडियो में वह भी आक्रामक मुद्रा में पिस्तौल हाथ में लिए दौड़ते दिखाई दिए। हांलांकि, पुलिस ने किसी तरह उन्हें शांत किया था।
घटना के बाद कुमार और चैंपियन दोनों को गिरफ्तार किया गया। अदालत ने कुमार को जमानत पर रिहा कर दिया, वहीं चैंपियन को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
इससे गुज्जर समाज के लोग आक्रोशित हो गये और उन्होंने चैंपियन के खिलाफ पुलिस की इस कार्रवाई को ‘भेदभावपूर्ण’ बताया। गुज्जर समुदाय के सदस्यों ने बुधवार को चैंपियन के लंढौरा स्थित महल में एकत्रित होकर प्रशासन से उन्हें दो दिन के अंदर रिहा करने और ऐसा न होने पर पांच फरवरी से आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी।
वर्ष 2022 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान कुमार ने खानपुर से चैंपियन की पत्नी कुंवरानी देवयानी सिंह को पराजित किया था और तभी से दोनों नेताओं के बीच तनातनी जारी है।
भाषा दीप्ति अमित
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(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)