देहरादून, 26 जनवरी (भाषा) हरिद्वार जिले की पुलिस ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन को खानपुर के विधायक उमेश कुमार के रुड़की स्थित कैंप कार्यालय पर गोलीबारी करने के आरोप में रविवार को गिरफ्तार किया। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी।
पत्रकार से नेता बने कुमार ने 2022 के राज्य विधानसभा चुनाव में चैंपियन की पत्नी कुंवरानी देवयानी को खानपुर क्षेत्र में पराजित किया था जिसके बाद से ही दोनों के बीच तनातनी थी।
पुलिस ने बताया कि सोशल मीडिया के जरिए दोनों नेता पिछले कुछ दिनों से एक दूसरे पर टिप्पणियां कर रहे थे।
उसने बताया कि रविवार शाम खानपुर के पूर्व विधायक चैंपियन अपने समर्थकों के साथ कुमार के कैंप कार्यालय पहुंचे जहां दोनों के समर्थकों के बीच संघर्ष हुआ और लाठी-डंडों से हमला किया गया।
पुलिस ने बताया कि चैंपियन ने हवा में गोलियां भी चलाईं जिससे वहां हड़कंप मच गया। घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल भी हुआ।
हरिद्वार के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र डोभाल ने बताया कि मामले में भारतीय न्याय संहिता की प्रासंगिक धाराओं में मुकदमा दर्ज कर चैंपियन को गिरफ्तार कर लिया गया है।
उन्होंने बताया कि चैंपियन की ओर से मिली तहरीर के आधार पर विधायक उमेश कुमार के खिलाफ भी एक मुकदमा दर्ज किया गया है तथा उन्हें और उनके समर्थकों को भी हिरासत में लिया गया है।
डोभाल ने बताया कि दोनों ही पक्षों के असलहों के लाइसेंस को निलंबित करने की सिफारिश हरिद्वार के जिलाधिकारी से की गयी है।
उन्होंने बताया कि पुलिस ने उन्हें दी गयी सुरक्षा पर पुन:विचार करने का आग्रह भी किया है।
डोभाल ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘कानून-व्यवस्था को चुनौती देने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।’’
उधर, पुलिस हिरासत में चैंपियन ने संवाददाताओं से कहा कि उनके साथ अन्याय हुआ है। उन्होंने कहा, ‘‘पहले विधायक (उमेश कुमार) ने मेरे घर आकर दुर्व्यवहार किया और जब मैंने जवाब दिया तो पुलिस ने मुझे पकड़ लिया।’’
चैंपियन की पत्नी कुंवरानी देवयानी ने दावा किया कि कुमार ने उनके घर आकर कथित तौर पर ‘‘अपशब्द’’ कहे जिसके बारे में उन्होंने पुलिस को सूचित करते हुए शिकायत दर्ज कराई थी।
उन्होंने दावा किया, ‘‘पुलिस द्वारा सुनवाई नहीं किए जाने के बाद (चैंपियन ने) यह कदम उठाया।’’
भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि कानून के साथ खिलवाड़ करना जनप्रतिनिधियों को शोभा नहीं देता है।
एक बयान में भट्ट ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से इस संबंध में सख्त कार्रवाई करने और भय का माहौल उत्पन्न करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का अनुरोध किया है।
उन्होंने कहा, ‘‘कानून हाथ में लेने की अनुमति न पार्टी देती है और न ही देश का संविधान या कानून देता है।’’
भाषा दीप्ति खारी
खारी
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(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)