देहरादून, 26 जनवरी (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने रविवार को उत्तराखंड में नगर निकाय चुनावों में शानदार प्रदर्शन करते हुए मेयर के 11 पदों में से 10 पर जीत हासिल की, जबकि नगरपालिका परिषदों और नगर पंचायतों में भी अपना दबदबा बरकरार रखा।
राज्य निर्वाचन आयुक्त सुशील कुमार ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि भाजपा ने प्रदेश में मेयर की 11 सीट में से 10 पर जीत दर्ज की, जबकि एक अन्य सीट निर्दलीय के खाते में गई।
हालांकि, उन्होंने बताया कि शनिवार को शुरू हुई मतगणना अभी भी जारी है और प्रदेश के सभी 100 नगर निकायों के नतीजे आने में अभी और समय लग सकता है। प्रदेश में शहरी स्थानीय निकाय चुनाव के लिए मतदान 23 जनवरी को हुआ था।
उत्तराखंड में 11 नगर निगमों, 43 नगर पालिकाओं और 46 नगर पंचायतों के लिए मतपत्रों के जरिये चुनाव हुए थे, जिसमें 65.4 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था। मेयर पद के लिए 72 प्रत्याशियों समेत चुनाव में कुल 5,405 उम्मीदवारों ने विभिन्न पदों के लिए अपनी किस्मत आजमाई थी।
कुमार ने बताया कि भाजपा ने देहरादून, ऋषिकेश, काशीपुर, हरिद्वार, रूड़की, कोटद्वार, रुद्रपुर, अल्मोड़ा, पिथौरागढ़ और हल्द्वानी में मेयर पद पर जीत हासिल की, जबकि निर्दलीय के खाते में गई एकमात्र मेयर सीट पौड़ी जिले की श्रीनगर रही।
कुमार के मुताबिक, देहरादून में सौरभ थपलियाल, ऋषिकेश में शंभु पासवान, काशीपुर में दीपक बाली, हरिद्वार में किरन जायसवाल, रूड़की में अनीता देवी, कोटद्वार में शैलेंद्र रावत, रुद्रपुर में विकास शर्मा, अल्मोड़ा में अजय वर्मा, पिथौरागढ़ में कल्पना देवलाल और हल्द्वानी में गजराज बिष्ट ने भाजपा के टिकट पर मेयर पद पर जीत का परचम लहराया।
उन्होंने बताया कि श्रीनगर में मेयर पद पर निर्दलीय प्रत्याशी आरती भंडारी विजयी रहीं।
नगर निकाय चुनावों के प्रचार के दौरान भाजपा ने जनता से राज्य में विकास की निर्बाध गति को कायम रखने के लिए ‘ट्रिपल इंजन’ सरकार के पक्ष में मतदान करने की अपील की थी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चुनाव में विजयी रहे प्रत्याशियों को बधाई दी और उनसे अपने-अपने क्षेत्र में विकास कार्यों को रफतार देने को कहा।
धामी ने कहा, “निकाय चुनाव में विजयी सभी प्रत्याशियों को हार्दिक शुभकामनाएं। जनता जनार्दन ने अपने आशीष से सुयोग्य जनप्रतिनिधियों का चयन कर प्रदेश के विकास में अहम भूमिका निभाई है। अब यह सभी निर्वाचित जनप्रतिनिधियों का कार्य है कि वे अपने-अपने क्षेत्र में विकास को गति दें और व्यवस्थाओं को सुदृढ़ बनाने में अपनी भूमिका का निर्वहन करें।”
मुख्यमंत्री ने कहा, “हमारा लक्ष्य नगर निकायों के माध्यम से ‘क्लीन’ (स्वच्छ) और ‘ग्रीन’ (हरित) शहर की अवधारणा को धरातल पर उतारना है, ताकि देश-विदेश से आने वाले पर्यटक अपने साथ सकारात्मक और प्रेरणादायक अनुभव लेकर जाएं।”
उन्होंने नगर निकाय चुनाव प्रक्रिया को शांतिपूर्ण और सफलतापूर्वक संपन्न कराने के लिए राज्य निर्वाचन आयोग का आभार जताया।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि नगर निकाय चुनावों का परिणाम केंद्र और राज्य की भाजपा सरकारों की नीतियों और योजनाओं पर जनता की एक और मुहर है। उन्होंने कहा, “ये परिणाम 2027 में होने वाले राज्य विधानसभा चुनावों में भाजपा की लगातार तीसरी जीत का ट्रेलर हैं।”
वर्ष 2018 में पिछले नगर निकाय चुनावों में दो मेयर सीटों को अपने नाम काम करने वाली कांग्रेस इस बार एक भी सीट नहीं जीत पाई। नगर पालिकाओं में भी कांग्रेस पार्टी भाजपा और निर्दलीयों से पीछे रही और तीसरा स्थान ही हासिल कर पाई।
भाषा
दीप्ति पारुल
पारुल
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(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)