महाकुम्भ नगर, चार जनवरी (भाषा) प्रयागराज महाकुम्भ 2025 में ज्योतिष पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती के शिविर में 10 जनवरी, 2025 से धर्म संसद का आयोजन होगा जिसका प्रारंभ 10 और 11 जनवरी को गो-संसद से होगा तथा उसमें 543 संसदीय क्षेत्रों से गो-प्रतिनिधि (गो सांसद) शामिल होंगे।
श्री शंकराचार्य शिविर, ज्योतिर्मठ, बद्रिकाश्रम के प्रभारी मुकुंदानंद ब्रह्मचारी ने शनिवार को संवाददाताओं को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि भारत में मूल नस्ल की देशी गौ माता पर आज संकट है और इस गो-प्रधान देश में मात्र 53 नस्ल की ही गौ माता आज बची हुई हैं।
उन्होंने बताया कि संपूर्ण राष्ट्र की जनता उन गौ माता का दर्शन शंकराचार्य जी के शिविर में कर सके, इसकी व्यवस्था की जा रही है।
मुकुंदानंद ब्रह्मचारी ने बताया कि 27 दिनों तक चलने वाली धर्म संसद के लिए 27 विषय निर्धारित किए हैं जिन पर प्रतिदिन चर्चा होगी। उन्होंने कहा कि गौ माता की रक्षा और हिंदुओं के कल्याण के लिए महाकुम्भ में पहली बार 324 कुंडीय महायज्ञ का भी आयोजन किया जा रहा है जिसे 1100 विद्वान पुरोहित संपन्न करेंगे।
उन्होंने बताया कि इस धर्म संसद में 170 विद्वान संत, 99 देशों से धर्म प्रतिनिधि, 108 धर्माचार्य, चार शंकराचार्य या उनके पीठों के प्रतिनिधि, 51 शक्तिपीठों के प्रतिनिधि, पांच वैष्णव आचार्यों के प्रतिनिधि, 12 धर्म संस्थाओं के प्रतिनिधि, 36 राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि शामिल होंगे।
उन्होंने बताया कि पूज्य शंकराचार्य जी की महाकुम्भ प्रवेश यात्रा नौ जनवरी, 2025 को होगी। उन्होंने बताया कि इस शिविर में मात्र उन्हीं लोगों को प्रवेश मिलेगा जिन्होंने गो हत्या बंद करने की शपथ लेंगे।
भाषा राजेंद्र जितेंद्र राजकुमार
राजकुमार
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)