एकता हमारा सबसे बड़ा हथियार, हमें न विभाजित किया जा सकता है, न शांत कराया जा सकता है: हेमंत सोरेन |

एकता हमारा सबसे बड़ा हथियार, हमें न विभाजित किया जा सकता है, न शांत कराया जा सकता है: हेमंत सोरेन

एकता हमारा सबसे बड़ा हथियार, हमें न विभाजित किया जा सकता है, न शांत कराया जा सकता है: हेमंत सोरेन

:   Modified Date:  November 28, 2024 / 11:08 AM IST, Published Date : November 28, 2024/11:08 am IST

(फाइल फोटो के साथ)

रांची, 28 नवंबर (भाषा) झारखंड के 14वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने से कुछ घंटे पहले हेमंत सोरेन ने बृहस्पतिवार को कहा कि एकता राज्य के लोगों का सबसे बड़ा हथियार है, जिन्हें न तो विभाजित किया जा सकता है और न ही चुप कराया जा सकता है।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत केंद्र सरकार पर स्पष्ट हमला करते हुए सोरेन ने यह भी कहा कि जब भी ‘‘वे हमें चुप कराने की कोशिश करते हैं’’, तो क्रांति और तेज हो जाती है।

झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के 49 वर्षीय नेता यहां आज मोरहाबादी मैदान में एक भव्य समारोह में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। शपथ ग्रहण समारोह में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, विपक्ष के नेता राहुल गांधी और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सहित कई शीर्ष नेता शामिल होंगे।

राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार शाम चार बजे सोरेन को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे।

सोरेन ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘इसमें कोई संदेह न रखें – हमारी एकता ही हमारा सबसे बड़ा हथियार है। हमें न विभाजित किया जा सकता है, न ही शांत किया जा सकता है। जब जब वे हमें पीछे धकेलते हैं, हम आगे बढ़ते हैं। जब जब वे हमें चुप करना चाहते हैं, हमारी हूल, उलगुलान, क्रांति की आवाज़ और प्रखर होती जाती है क्योंकि हम झारखंडी हैं और झारखंडी झुकते नहीं हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हमारी लड़ाई अटल है, अविराम है। संघर्ष जारी है और आखिरी सांस तक जारी रहेगा।’’

आज के दिन को ऐतिहासिक बताते हुए उन्होंने कहा कि यह ‘‘हमारे सामूहिक संघर्ष’’, प्रेम और भाईचारे की भावना तथा न्याय के प्रति झारखंडियों की प्रतिबद्धता को और मजबूत करेगा।

सोरेन ने कहा, ‘‘आज का यह दिन राजनीतिक जीत के बारे में नहीं है, आज का यह दिन हमारी सामाजिक न्याय के प्रति संघर्ष, सामाजिक एकता को प्रखर करने की हर रोज लड़ी जानी वाली लड़ाई के लिए संकल्प को दोहराने का दिन है। आज का यह दिन यह भी बताता है कि लोकतंत्र पर बढ़ते दबाव के बीच झारखंड की महान जनता एक साथ खड़ी है। आज हर गांव, हर शहर में एक आवाज़ गूंज रही है – अधिकार, समानता, एकता मतलब झारखंडियत की आवाज।’’

कार्यवाहक मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘आज जब सामाजिक संरचना में गहरी दरारें पैदा हो रही हैं, तब हमें अपने पूर्वजों की उस एकता और हर झारखंडी को साथ ले कर चलने के संकल्प को पुनः दोहराना होगा।’’

‘अबुआ’ (अपनी/हमारी सरकार) के लिए हर एक झारखंडी को बधाई देते हुए उन्होंने कहा, ‘‘झारखंड की महान धरा ने हमेशा से विरोध और संघर्ष को जन्म दिया है और झामुमो – भगवान बिरसा, भगवान सिदो-कान्हू, अमर शहीद तेलंगा खड़िया, फूलो- झानो, पोटो हो, शेख भिखारी समेत अनगिनत वीरों के संघर्षों से भरी उसी विरासत को समेटे हर दिन आगे बढ़ रहा है।’’

हाल के विधानसभा चुनाव में सोरेन ने बरहेट सीट बरकरार रखी, उन्होंने भाजपा के गमलियेल हेम्ब्रम को 39,791 मतों के अंतर से हराया।

सोरेन के झामुमो के नेतृत्व वाले गठबंधन ने 81 सदस्यीय विधानसभा में 56 सीट जीत कर बहुमत हासिल किया, जबकि भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को 24 सीट मिली।

भाषा सुरभि मनीषा

मनीषा

 

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