नई दिल्ली: मोदी सरकार के तीन नए कृषि कानून के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन लगातार जारी है। किसानों का जत्था पिछले दो महीने से अधिक समय से राजधानी दिल्ली की सीमा पर डटे हुए हैं। वहीं, अब किसानों ने चुनावी राज्यों की ओर अपना रूख किया है। संयुक्त किसान मोर्चा ने मंगलवार को ऐलान किया है कि 12 मार्च को बंगाल में रैली की जाएगी।
संयुक्त किसान मोर्चा के के पदाधिकारी योगेंद्र यादव ने मंगलवार को मीडिया से बात करते हुए कहा है कि संयुक्त किसान मोर्चा चुनावी राज्यों में जाकर भारतीय जनता पार्टी की किसान-विरोधी, गरीब-विरोधी नीतियों का जनता के बीच प्रचार करेगी। साथ ही उन्हें भाजपा को दंडित करने की अपील करेगी।
पदाधिकारी योगेंद्र यादव ने कहा कि 10 ट्रेड संगठनों के साथ हमारी मीटिंग हुई है। सरकार सार्वजनिक क्षेत्रों का जो निजीकरण कर रही है उसके विरोध में 15 मार्च को पूरे देश के मजदूर और कर्मचारी सड़क पर उतरेंगे और रेलवे स्टेशनों के बाहर जाकर धरना प्रदर्शन करेंगे। साथ ही उन्होंने 6 मार्च को कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेस-वे को सुबह 11 से 4 बजे तक जाम करने का भी ऐलान किया गया है।
In a meeting with 10 major trade unions, it was decided in-principle that farmers & labourers will fight this battle together. On March 15, labourers & employees will take to streets across the country against privatisation &corporatization. Farmers will join them: Yogendra Yadav pic.twitter.com/Jft4u0Lm2G
— ANI (@ANI) March 2, 2021