पोर्ट ब्लेयर, 22 जनवरी (भाषा) केंद्रीय युवा मामले एवं खेल राज्य मंत्री रक्षा निखिल खड़से ने बुधवार को लोगों से अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह की यात्रा करने का आह्वान करते हुए कहा कि यह यात्रा स्वतंत्रता संग्राम के प्रति तीर्थयात्रा होगी।
खडसे ने कहा कि स्वतंत्रता सेनानियों को दी गई यातनाओं का गवाह रही सेलुलर जेल के अलावा इस द्वीपसमूह को 1943 में नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने आजाद कराया था।
वह बृहस्पतिवार को बोस की जयंती मनाने के लिए ‘जय हिंद पदयात्रा’ के तहत यहां पहुंचे थे।
अधिकारियों ने बताया कि 1500 से अधिक ‘माई भारत’ स्वयंसेवी और अन्य इस कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे।
‘माई भारत’ युवा मामले एवं खेल मंत्रालय की एक पहल है जिसका उद्देश्य सामाजिक गतिशीलता, शैक्षिक समानता और व्यावहारिक कौशल के माध्यम से भारतीय युवाओं को सशक्त बनाना है।
खडसे ने कहा, ‘‘मैं भारत के युवाओं से अपील करना चाहूंगी कि वे नेताजी और वीर सावरकर के जीवन एवं स्वतंत्रता संग्राम में उनकी भूमिका के बारे में जितना हो सके उतना पढ़ें। मैं सभी से अंडमान की यात्रा करने का भी आग्रह करना चाहूंगी।’’
उन्होंने कहा कि यह स्वतंत्रता संघर्ष के प्रति तीर्थाटन होगा।
मंत्री ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि प्रस्तावित नेताजी स्मारक इस द्वीपसमूह को एक प्रमुख पर्यटन केंद्र में बदल देगा, क्योंकि लोग न केवल इसके समुद्र तटों के लिए बल्कि सेलुलर जेल के सामने अपना सिर झुकाने के लिए भी इस द्वीप पर आएंगे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 23 जनवरी, 2023 को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में नेताजी को समर्पित प्रस्तावित स्मारक के मॉडल का वर्चुअल माध्यम से अनावरण किया।
भाषा
राजकुमार माधव
माधव
Follow us on your favorite platform:
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)