Sanatan Dharma like dengue-malaria: नई दिल्ली। तामिलनाडू के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि के सनातम धर्म पर दिए बयान पर देश की सियासत गरमा गई है। बीजेपी नेताओं से लेकर आम लोगों भी उनके इस बयान की निंदा कर रहे हैं। दरअसल, उदयनिधि ने अपने बयान में सनातन धर्म की तुलना डेंगू और मलेरिया से की थी। साथ ही उन्होंने कहा था कि इसका केवल विरोध नहीं बल्कि इसे जड़ से समाप्त कर देना चाहिए। उन्होंने यह बयान 2 सितंबर को आयोजित सनातन उन्मूलन सम्मेलन के दौरान दिया था।
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सनातन धर्म सामाजिक न्याय के खिलाफ सम्मेलन में दिए अपने बयान में उदयनिधि ने कहा, सनातन धर्म सामाजिक न्याय और समानता के खिलाफ है। कुछ चीजों का विरोध नहीं किया जा सकता, उन्हें खत्म ही कर देना चाहिए। उन्होंने कहा ”मुझे विशेष संबोधन देने का अवसर देने के लिए मैं इस सम्मेलन के आयोजकों को धन्यवाद देता हूं। आपने सम्मेलन का नाम ‘सनातन विरोधी सम्मेलन’ के बजाय ‘सनातन उन्मूलन सम्मेलन’ रखा है, मैं इसकी सराहना करता हूं।”
राज्य के युवा कल्याण और खेल विकास मंत्री ने आगे कहा कि “कुछ चीजों का विरोध नहीं किया जा सकता, उन्हें खत्म ही कर देना चाहिए। हम डेंगू, मच्छर, मलेरिया या कोरोना का विरोध नहीं कर सकते, हमें इसे मिटाना है, ऐसे ही हमें सनातन को मिटाना है, बल्कि सनातन का विरोध कर उसे खत्म करना चाहिए। सनातन नाम संस्कृत से है। यह सामाजिक न्याय और समानता के खिलाफ है। उन्होंने कहा, ”सनातन नाम संस्कृत से आया है और कहा कि इसका का मतलब स्थिर और अपरिवर्तनीय होता है। सब कुछ बदलना होगा।”
Chennai | I thank the organisers of this conference for giving me the opportunity to deliver a special address. You have kept the name of the conference as 'Sanatana Abolition Conference' rather than 'Anti-Sanatana Conference', I appreciate that. Few things cannot be opposed,… pic.twitter.com/UvESuedy2X
— ANI (@ANI) September 2, 2023
Sanatan Dharma like dengue-malaria: बीजेपी ने साधा निशाना उदयनिधि के इस बयान पर बीजेपी नेता और पार्टी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि तामिलनाडू के मंत्री का यह बयान दरअसल देश की 80 फीसदी के नरसंहार का आह्वान है। मालवीय ने अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट पर पोस्ट कर लिखा, “तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे और राज्य की डीएमके सरकार में मंत्री उदयनिधि ने सनातन धर्म को मलेरिया और डेंगू के साथ जोड़ा है। उनके मुताबिक इसका केवल विरोध नहीं बल्कि इसे पूर्ण रूप से खत्म कर देना चाहिए। संक्षेप में वह सनातन धर्म का पालन करने वाली भारत की 80 फीसदी आबादी के नरसंहार के लिए आह्वान कर रहे हैं।” उन्होंने आगे कहा, “डीएमके विपक्षी गठबंधन की एक प्रमुख सदस्य और कांग्रेस की दीर्घकालिक सहयोगी है। क्या मुंबई बैठक में इस पर ही सहमति बनी थी?”