अहमदाबाद, 24 दिसंबर (भाषा) अहमदाबाद अपराध शाखा ने मंगलवार को शहर के खोखरा इलाके में डॉ. बी आर आंबेडकर की प्रतिमा को तोड़ने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया है।
सोमवार सुबह घटना सामने आने के बाद दलित समुदाय के लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने मंगलवार को इलाके में जबरन दुकानें बंद करवाईं।
एक अधिकारी ने बताया कि अपराध शाखा ने करीब 500 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालने और अपने मुखबिरों से मिली जानकारी के आधार पर पांच संदिग्धों में से दो मेहुल ठाकोर और भोलो ठाकोर को दबोचा।
संयुक्त पुलिस आयुक्त शरद सिंघल ने कहा कि ठाकोर एक हिस्ट्रीशीटर है और उसके खिलाफ 2020 में मद्यनिषेध अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया था। उन्होंने कहा कि ठाकोर ने प्रतिमा तोड़ने की बात कबूल कर ली है।
उन्होंने बताया कि तीन अन्य संदिग्ध फरार हैं।
अधिकारी ने बताया कि इस इलाके में ठाकोर और दलित समुदाय के लोग आसपास रहते हैं और पूर्व में भी इनके बीच झड़पे हुई हैं।
उन्होंने बताया कि वर्तमान मामले में वांछित जयेश ठाकोर पर 2018 में दो समुदायों के बीच झड़प के बाद दंगा भड़काने को लेकर मामला दर्ज किया गया था।
सिंघल ने कहा, ‘आरोपी रात में इलाके में घूम रहे थे और इस दौरान उन्होंने प्रतिमा को क्षतिग्रस्त करने का फैसला किया, जिसके बाद उनमें से एक ने पत्थर उठाया और उसे तोड़ना शुरू कर दिया। सभी पांचों एक चाय की दुकान पर मिले थे जिसके बाद उन्होंने अपराध को अंजाम देने का फैसला किया।’
आरोपियों पर भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 196 और 298 के तहत मामला दर्ज किया गया।
भाषा योगेश पवनेश
पवनेश
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