अगरतला, 21 मई (भाषा) त्रिपुरा सरकार बांग्लादेश के रास्ते ईंधन और आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति को मजबूत बनाने की व्यवस्था पर काम कर रही है। एक मंत्री ने यह जानकारी दी।
परिवहन मंत्री सुशांत चौधरी ने कहा कि त्रिपुरा में ईंधन और सामान लाने की यह एक वैकल्पिक व्यवस्था होगी।
असम के जतिंगा में एक मालगाड़ी के पटरी से उतरने के बाद त्रिपुरा को गंभीर ईंधन संकट का सामना करना पड़ा था।
असम-अगरतला राजमार्ग और पड़ोसी राज्य को जोड़ने वाले रेल लिंक पर मानसून के दौरान भूस्खलन के कारण यातायात बाधित होना बेहद आम है।
असम-अगरतला राजमार्ग को त्रिपुरा की जीवन रेखा भी माना जाता है।
परिवहन मंत्री सुशांत चौधरी ने सोमवार को संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा, ”असम के जतिंगा में हाल ही में रेल परिचालन में हुए व्यवधान के मद्देनजर हम बांग्लादेश के रास्ते ईंधन और माल की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए एक वैकल्पिक व्यवस्था पर काम कर रहे हैं। अगले छह महीने से एक साल के बीच अगरतला-गंगासागर (बांग्लादेश) रेल ट्रैक माल परिवहन के लिए तैयार होगा। एक बार माल लाने-ले जाने के लिए यह मार्ग खुल जाए तो हम बांग्लादेश के रास्ते सीधे कोलकाता से ईंधन और सामान ला सकते हैं।”
मुख्यमंत्री माणिक साहा ने हाल ही में कहा था कि अगरतला और गंगासागर के बीच रेल सेवा जल्द ही शुरू हो जाएगी।
चौधरी ने कहा कि इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड (आईओसीएल) ईंधन भंडारण के लिए सिपाहीजला जिले के सेकरकोटे में एक बड़ा ईंधन डिपो बनाने पर भी काम कर रही है।
भाषा जितेंद्र गोला
गोला
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