नयी दिल्ली, 12 दिसंबर (भाषा) पर्यटन मंत्रालय 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को हासिल करने के लिए कई प्रयास कर रहा है जिनमें स्वदेश दर्शन योजना को स्वदेश दर्शन 2.0 (एसडी 2.0) के रूप में नया रूप दिया जाना शामिल है ताकि गंतव्य केंद्रित दृष्टिकोण का विकास किया जा सके।
पर्यटन मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने राज्यसभा को बृहस्पतिवार को एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि स्वदेश दर्शन 2.0 योजना की एक उप-योजना के रूप में ‘चुनौती आधारित गंतव्य विकास’ के लिए दिशा-निर्देश तैयार किए गए हैं। इस योजना के तहत विकास के लिए 4 श्रेणियों में 42 गंतव्यों का चयन किया गया है। ये चार श्रेणियां क्रमश: आध्यात्मिक पर्यटन, संस्कृति और विरासत, जीवंत ग्राम कार्यक्रम, और इकोटूरिज्म एवं अमृत धरोहर स्थल हैं।
शेखावत ने बताया कि वैश्विक स्तर पर प्रतिष्ठित पर्यटन केन्द्रों का विकास करने के लिए पर्यअन मंत्रालय द्वारा जारी दिशानिर्देशों के अनुसार, केंद्र सरकार ने देश के 23 राज्यों में कम ज्ञात पर्यटन स्थलों के विकास के लिए 3295.76 करोड़ रुपये की 40 परियोजनाओं को मंजूरी दी है।
भाषा मनीषा माधव
माधव
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