Time slot arrangement: चेन्नई। महिला वकीलों का ध्यान रखते हुए मद्रास हाई कोर्ट ने एक नई पहल की है। हाई कोर्ट की मदुरै पीठ ने व्यवस्था दी है कि ऐसी वकील जो युवा माता भी हैं, अपने केस की सुनवाई के लिए अलग से टाइम स्लॉट मांग सकती हैं। हालांकि, इसके लिए उन्हें अदालत को पहले सूचित करना होगा और मामले का ब्योरा भी एक दिन पहले उपलब्ध कराना होगा।>>*IBC24 News Channel के WhatsApp ग्रुप से जुड़ने के लिए यहां Click करें*<<
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Time slot arrangement मदुरै पीठ के जस्टिस जी आर स्वामीनाथन ने सोमवार को बार के पदाधिकारियों को एक पत्र जारी कर ऐसी व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ऐसी छूट लेने वाली स्वतंत्र प्रैक्टिस करने वाली महिला वकीलों को भी पहले ही अच्छी तरह से तैयारी कर के आना चाहिए। ताकि वे अदालत के कम से कम समय का उपभोग करें।
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अदालत ने यह भी बताया कि यह लाभ केवल स्वतंत्र रूप से प्रैक्टिस करने वाली महिला वकीलों द्वारा मांगा जा सकता है। उन्हें यह छूट नहीं मिलेगी जो अपने मेल सीनियर के कार्यालय का हिस्सा हैं।
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Time slot arrangement: अदालत ने ये निर्देश एक घटना के बाद दिए जिसमें एक पुरुष वकील ने स्थगन की मांग की क्योंकि उसे अपने बच्चे को लेने स्कूल जाना था। उसने कहा था कि शाम को मामले की सुनवाई में पेश होना असुविधाजनक होगा। जस्टिस स्वामीनाथन ने कहा कि ‘इस घटना ने मुझे सोचने पर मजबूर कर दिया। मेरे सामने कुछ युवा माताएं प्रैक्टिस कर रही हैं। उन्हें भी ऐसी ही कठिनाइयां हो सकती हैं। मुझे लगता है कि उनका साथ देना मेरा कर्तव्य है।
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