नई दिल्ली। करतारपुर कॉरिडोर को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत के लिए तारीख प्रस्तावित की है। करतारपुर गलियारे को अंतिम रूप देने और संबंधित तकनीकी मुद्दों को समझौते पर चर्चा के लिए वाघा पर14 जुलाई 2019 को बैठक होगी।
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हालांकि इससे पहले अटारी पर ऐतिहासिक गलियारे को लेकर भारत और पाकिस्तान के अधिकारियों की पहली बैठक पुलवामा में आतंकी हमले के बाद मार्च में हुई थी। वहीं इससे पहले पाकिस्तान ने कॉरिडोर को लेकर भारत के स्तावों को मानने से इनकार कर दिया था और इसके लिए कुछ शर्ते भी लगाई थी।
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फिलहाल भारत ने 11 से 14 जुलाई के बीच बातचीत का प्रस्ताव रखा था। लिहाजा पाकिस्तान करतारपुर कॉरिडोर की प्रगति के लिए प्रतिबद्ध है। नवंबर 2019 में गुरु नानक देवजी के 550वीं जयन्ती समारोह के लिए उचित समय पर आवागमन शुरू हो सके।
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बता दे कि सिख धर्म की नींव रखने वाले गुरू नानक देव ने 1522 ईसवी में करतारपुर साहिब की स्थापना की थी। करतारपुर गलियारा पाकिस्तान के दरबार साहिब को गुरदासपुर जिले में मौजूद डेरा बाबा नानक गुरुद्वारे से जोड़ेगा और भारतीय सिख श्रद्धालुओं के वीजा मुक्त आवागमन में मदद करेगा। सरकार की कोशिश है कि श्रद्धालुओं को करतारपुर साहिब जाने के लिए केवल परमिट लेना होगा।
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