जयपुर, 15 मार्च (भाषा) । राजस्थान पुलिस सेवा के एक अधिकारी द्वारा रिश्वत के रूप में परिवादी महिला से कथित रूप से उसकी ‘अस्मत’ मांगने का मुद्दा सोमवार को विधानसभा में उठा, जहां विपक्षी भाजपा के विधायकों ने आरोपी अधिकारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
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उल्लेखनीय है कि भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के जयपुर पुलिस आयुक्तालय की महिला अत्याचार अनुसंधान इकाई में तैनात सहायक पुलिस आयुक्त कैलाश बोहरा को रिश्वत के तौर पर कथित रूप से अस्मत मांगने के आरोप में रविवार को गिरफ्तार किया था।
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सदन में विपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ ने शून्य काल में स्थगन प्रस्ताव के जरिए यह मुद्दा उठाया और इस घटना को शर्मनाक बताया। उन्होंने आरोपी अधिकारी को बर्खास्त करने की मांग की। वहीं नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि सदन में मामला उठ जाने के बावजूद भी इसमें कोई कार्रवाई नहीं हुई तो जनता हमें माफ नहीं करेगी।
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इस पर विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल इस मामले में सदन में बयान देंगे।
परिवादी महिला ने शिकायत दी थी कि उसके द्वारा दर्ज कराये गये बलात्कार सहित तीन प्रकरणों की जांच बोहरा द्वारा की जा रही है। परिवादी के अनुसार बोहरा ने उसके पक्ष में कार्रवाई के लिए पैसे मांगे और अन्तत: रिश्वत के रूप में उसकी ‘अस्मत’ की मांग की ।