Corona’s First Tablet : नई दिल्ली। देश में कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं। इसके साथ ही भारत के ज्यादातर लोगों ने वैक्सीनेशन करवा ली है। कोरोना से बचाव की इस जंग में अब एक नया हथियार मिला है। वैज्ञानिकों ने कोरोना से लड़ने के लिए एक टेबलेट का आविष्कार किया है। हालांकि अभी फिलहाल इस टैबलेट (गोली) का पहले चरण का परिक्षण किया गया है और इसमें ये गोली खरी उतरी है।>>*IBC24 News Channel के WhatsApp ग्रुप से जुड़ने के लिए यहां Click करें*<<
मिली जानकारी के अनुसार सेंट्रल ड्रग्स लैब (CDL) कसौली ने परीक्षण में टैबलेट की गुणवत्ता और क्षमता को जांचा। इसमें वीएक्सए-जीओवी 2 एंटरिक कोटेड टैबलेट ने पहले चरण को सफलतापूर्वक पार कर लिया है। इसके बाद अब इसके क्लीनिकल ट्रायल शुरू होंगे। बता दें इस टैबलेट को बंगलूरू की सिनजिन कंपनी ने अमेरिका से आयात किया है। कंपनी ने इस साल के अंत तक दवा को बाजार में उतारने का दावा किया है। बताया जा रहा है यदि सभी ट्रायल सफल हुए तो यह टैबलेट खाते ही कोरोना रोगी पर असर दिखना शुरू हो जाएगा और वह कुछ दिनों में स्वस्थ हो जाएगा।
इसमें सबसे अच्छी और राहत वाली बात ये है कि इस टेबलेट के बाजार में आने के बाद कोरोना वैक्सीन का टीका लगवाने से भी छुटकारा मिलेगा और शरीर में एंटीबॉडी जल्द बनेंगी। सीडीएल कसौली में टैबलेट की गुणवत्ता और क्षमता को जांचा गया है। हालांकि, मार्केट में आने से पहले कोरोना टेबलेट को परीक्षण के दो और चरणों से गुजरना होगा। इसी के साथ वैक्सीन के क्लीनिकल ट्रायल भी होंगे। इसके बाद इसकी रिपोर्ट कंपनी को ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) को देनी होगी। सीडीएल कसौली में टैबलेट का परीक्षण मई में शुरू हुआ था। अगर यह हर पैमाने पर खरी उतरती है तो यह देश की पहली कोरोना टैबलेट होगी। सीडीएल कसौली की वेबसाइट पर इसकी पुष्टि हुई है।
पिछले दो सालों से कोरोना देश-दुनिया का पीछा छोड़ने का नाम नहीं ले रहा है। कोरोना वैक्सीन को लेकर भारत में अब तक कोविशील्ड, कोवैक्सीन, स्पुतनिक-वी, मोडर्ना, जॉनसन एंड जॉनसन, जायकॉव डी, कोर्बेवैक्स, कोवोवैक्स, स्पुतनिक लाइट समेत अन्य कोरोना वैक्सीन को डीसीजीआई मंजूरी दे चुकी है।
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