दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष ने केजरीवाल के इस्तीफे के फैसले को ‘राजनीतिक नौटंकी’ करार दिया |

दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष ने केजरीवाल के इस्तीफे के फैसले को ‘राजनीतिक नौटंकी’ करार दिया

दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष ने केजरीवाल के इस्तीफे के फैसले को ‘राजनीतिक नौटंकी’ करार दिया

:   Modified Date:  September 15, 2024 / 09:21 PM IST, Published Date : September 15, 2024/9:21 pm IST

नयी दिल्ली, 15 सितंबर (भाषा) कांग्रेस की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने रविवार को कहा कि मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने का अरविंद केजरीवाल का फैसला एक “राजनीतिक नौटंकी” है, क्योंकि उच्चतम न्यायालय पहले ही उन पर प्रतिबंध लगा चुका है।

यादव ने कहा कि केजरीवाल ने मुख्यमंत्री बने रहने का नैतिक अधिकार खो दिया है, क्योंकि उन्हें भ्रष्टाचार के आरोप में जेल भेज दिया गया था। उन्होंने कहा कि केजरीवाल को छह महीने पहले ही इस्तीफा दे देना चाहिए था।

जल्द से जल्द एक नया मुख्यमंत्री नियुक्त करने की मांग करते हुए यादव ने कहा, “यह एक राजनीतिक नौटंकी की तरह लगता है, क्योंकि उच्चतम न्यायालय पहले ही उन पर प्रतिबंध लगा चुका है।”

उन्होंने कहा कि दिल्ली के लोग “जागरूक” हैं और वे विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) के कुशासन का “जवाब देंगे।”

शीर्ष अदालत की ओर से लागू जमानत शर्तों के मुताबिक, केजरीवाल सचिवालय में अपने कार्यालय नहीं जा सकते या किसी आधिकारिक फाइल पर दस्तखत नहीं कर सकते।

केजरीवाल ने रविवार को ‘आप’ कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि वह दो दिन बाद मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे और दिल्ली में समय पूर्व चुनाव कराने की मांग करेंगे, क्योंकि उन्होंने संकल्प लिया था कि जब तक लोग उन्हें “ईमानदारी का प्रमाणपत्र” नहीं देते, तब तक वह मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नहीं बैठेंगे।

तिहाड़ जेल से शुक्रवार को जमानत पर रिहा हुए केजरीवाल ने कहा कि अगर लोगों को लगता है कि वह ईमानदार हैं, तो उन्हें अगले साल की शुरुआत में प्रस्तावित दिल्ली विधानसभा चुनाव में उन्हें वोट देना चाहिए।

उच्चतम न्यायालय ने कथित आबकारी नीति घोटाले के संबंध में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की ओर से दर्ज मामले में ‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक को जमानत दे दी।

यादव ने कहा, “केजरीवाल को जेल से बाहर आते ही इस्तीफा दे देना चाहिए था, क्योंकि उच्चतम न्यायालय द्वारा उन पर कई प्रतिबंध लगाए जाने के बाद उनके मुख्यमंत्री पद पर बने रहने का कोई मतलब नहीं है।”

उन्होंने सवाल किया, “वह दो दिन इंतजार क्यों कर रहे हैं?”

यादव ने कहा कि केजरीवाल जब मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद उन्हें तत्काल उपमुख्यमंत्री पद से और सत्येंद्र जैन के जेल जाने के बाद उन्हें मंत्री पद से हटा सकते हैं, तो सलाखों के पीछे भेजे जाने के बाद उन्हें खुद भी मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए था।

कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि जेल जाने के बाद भी केजरीवाल मुख्यमंत्री पद पर बने रहे, ताकि उनका परिवार आधिकारिक आवास में रह सके।

भाषा पारुल प्रशांत

प्रशांत

 

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