कन्नूर (केरल), 21 मई (भाषा) वरिष्ठ कांग्रेस नेता के. मुरलीधरन ने मंगलवार को केरल में सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) पर राजनीतिक रूप से संवेदनशील कन्नूर जिले के कुछ गांवों में मीडियाकर्मियों और विपक्षी दल के सदस्यों को प्रवेश की अनुमति नहीं देने का आरोप लगाया, जिन पर कथित रूप से वामपंथी पार्टी का नियंत्रण है।
इस संबंध में मीडिया के एक वर्ग के आरोपों से जुड़े सवाल पर मुरलीधरन ने विशेष रूप से कन्नूर जिले के पनूर के पास एक गांव का उल्लेख किया और संकेत दिया कि गांव में प्रवेश से रोके जाने के लिए कांग्रेस इसके खिलाफ कानूनी उपाय तलाशेगी।
उन्होंने आरोप लगाया कि वहां (कन्नूर में) बहुत सारे गांवों पर माकपा का नियंत्रण है, ऐसे में न केवल मीडियाकर्मियों को बल्कि अन्य दलों के सदस्यों को भी वहां प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी।
कांग्रेस नेता ने कहा कि कन्नूर जिले के कुछ इलाकों में यही स्थिति है। उन्होंने आरोप लगाया कि इस तरह के कदमों के पीछे माकपा के कुछ वरिष्ठ नेता हैं।
मुरलीधरन ने कहा कि कांग्रेस मीडिया और पार्टी के अन्य सदस्यों के प्रवेश पर कथित तौर पर प्रतिबंध लगाने की ऐसी प्रथाओं के खिलाफ कानूनी कदम उठाएगी।
उनका बयान नौ साल पहले कन्नूर जिले के पनूर के पास देशी बम बनाते समय अपनी जान गंवाने वाले दो व्यक्तियों के सम्मान में एक शहीद स्मारक के आगामी उद्घाटन को लेकर उठे विवाद के मद्देनजर आया है।
केरल की वामपंथी सरकार ने इसे स्थानीय मुद्दा बताते हुए विवाद को तरजीह नहीं देने की कोशिश की है।
माकपा को केरल में कांग्रेस की आलोचना का सामना करना पड़ा क्योंकि ऐसी खबरें सामने आईं कि सत्तारूढ़ पार्टी के राज्य सचिव 22 मई को शहीद स्मारक का उद्घाटन कर सकते हैं।
भाषा
शफीक अविनाश
अविनाश
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