जम्मू कश्मीर के कठुआ में आतंकियों ने घात लगाकर किया हमला; जेसीओ समेत पांच जवान शहीद |

जम्मू कश्मीर के कठुआ में आतंकियों ने घात लगाकर किया हमला; जेसीओ समेत पांच जवान शहीद

जम्मू कश्मीर के कठुआ में आतंकियों ने घात लगाकर किया हमला; जेसीओ समेत पांच जवान शहीद

:   Modified Date:  July 8, 2024 / 11:06 PM IST, Published Date : July 8, 2024/11:06 pm IST

कठुआ/जम्मू, आठ जुलाई (भाषा) जम्मू कश्मीर में कठुआ जिले के माचेडी इलाके में सोमवार को सेना के एक ट्रक पर घात लगाकर किये गए आतंकवादियों के हमले में जूनियर कमीशन अधिकारी (जेसीओ) समेत पांच जवान शहीद हो गए और पांच अन्य घायल हुए हैं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि आतंकवादियों ने सेना के वाहन को एक ग्रेनेड से निशाना बनाया और उस पर गोलीबारी की।

अधिकारियों ने बताया कि यह घटना अपराह्न करीब साढ़े तीन बजे हुई, जब कठुआ शहर से 150 किलोमीटर दूर लोहई मल्हार में बदनोता गांव के पास माचेडी-किंडली-मल्हार मार्ग पर सेना का वाहन नियमित गश्त पर था।

कठुआ जिले में एक महीने के अंदर यह दूसरा बड़ा हमला है। सोमवार के हमले से पहले 12 और 13 जून को इसी तरह की एक मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गये थे और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के एक जवान की जान चली गई थी।

सोमवार को घात लगाकर किये गये हमले के बाद, आतंकवादी नजदीक के जंगल में भाग गए। पुलिस और अर्द्धसैनिक बल के कर्मियों के सहयोग से सेना जवाबी कार्रवाई कर रही है।

आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच गोलीबारी शुरू हो गई और हमलावरों को मार गिराने के लिए क्षेत्र में तुरंत अतिरिक्त सुरक्षा बल भेजे गए। माना जाता है कि आतंकियों की संख्या तीन है और वे हथियारों से लैस हैं तथा वे हाल ही में सीमा पार से घुसपैठ कर आए थे।

पुलिस महानिदेशक आर आर स्वैन उधमपुर जिले के बसंतगढ़ से लगे घने वन क्षेत्र में आतंकवाद-रोधी अभियान की व्यक्तिगत रूप से निगरानी कर रहे हैं, जहां पूर्व में कई मुठभेड़ हुई हैं।

यह वन क्षेत्र उधमपुर जिले के बसंतगढ़ से लगा हुआ है। बसंतगढ़ के पनारा गांव में 28 अप्रैल को आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में ग्राम रक्षा प्रहरी मोहम्मद शरीफ की मौत हो गई थी।

अधिकारियों ने कहा कि ऐसी आशंका है कि सीमा पार से घुसपैठ करने के बाद आतंकवादियों ने भीतरी इलाकों तक पहुंचने के लिए इस मार्ग का इस्तेमाल किया था।

सेना के वाहन पर 10 जवान सवार थे, जो हमले की जद में आ गए।

जम्मू क्षेत्र, जो अपने शांतिपूर्ण माहौल के लिए जाना जाता है, हाल के महीनों में आतंकवादियों द्वारा किए गए हमलों की एक श्रृंखला से दहल गया है। ये हमले सीमावर्ती जिले पुंछ, राजौरी, डोडा और रियासी में हुए हैं।

आतंकी गतिविधियों में हालिया वृद्धि उनके पाकिस्तानी आकाओं द्वारा आतंकवाद को फिर से बढ़ावा देने के प्रयासों का परिणाम है।

डोडा जिले के गंदोह इलाके में हाल ही में हुए हमले के बाद सुरक्षा एजेंसियां ​​हाई अलर्ट पर हैं, जहां 26 जून को मुठभेड़ में तीन विदेशी आतंकवादी मारे गए थे।

गोलीबारी की घटना में राजौरी जिले के मंजकोट इलाके में सेना के एक शिविर को निशाना बनाया गया, जिसमें एक सैनिक घायल हो गया था।

सबसे दुखद घटनाओं में से एक 9 जून को हुई, जब आतंकवादियों ने रियासी जिले के शिव खोड़ी मंदिर से तीर्थयात्रियों को ला रही एक बस पर हमला किया, जिसमें नौ लोगों की जान चली गई और 41 अन्य घायल हुए।

ये घटनाएं क्षेत्र में बढ़ती हिंसा की उस प्रवृत्ति को रेखांकित करती है जिसमें सुरक्षा बलों के वाहनों, खोज दलों और सैन्य काफिलों पर हमलों में नागरिक और सुरक्षाकर्मी दोनों हताहत हुए हैं।

इससे पहले मई में, आतंकवादियों ने पुंछ जिले में भारतीय वायुसेना के काफिले पर घात लगाकर हमला किया था, जिसमें एक सैनिक की मौत हो गई थी और कई अन्य घायल हो गए थे।

भाषा सुभाष शफीक

शफीक

 

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