राजौरी: जम्मू कश्मीर के राजौरी में 23 नवंबर को पाक समर्थित आतंकवादियों के साथ एनकाउंटर में भारतीय सेना के 2 ऑफिसर समेत 3 जवान शहीद हो गये। वहीं सेना ने अपनी जवाबी कार्रवाई में 2 आतंकियों को ढेर कर दिया। सूत्रों की मानें तो इस ऑपरेशन में अब सीमा पार से लश्कर के कमांडर शामिल है।
इस ऑपरेशन के दौरान पता चला कि राजौरी में जब दो दिनों तक एनकाउंटर हो रहा था तब पाकिस्तान में लश्कर के कमांडर उसे मिनट-टू-मिनट मॉनिटर कर रहे थे। मारा गया आतंकी पाकिस्तान का निवासी था और उसे लश्कर का टॉप कमांडर कहा जा रहा था। कालाकोट के जंगल में मुठभेड़ के दौरान पाकिस्तान की तरफ से इस आतंकी को ड्रोन के जरिए हथियार देने की भी कोशिश की गई लेकिन सेना ने इसको नाकाम कर दिया।
वही अब इस पूरे हमले को लेकर सेना एक और चौंकाने वाला खुलासा किया है। सेना के लेफ्टिनेंट जनरल ने इस बारे में मीडिया से बात की है। मीडिया की तरफ से यह पूछे जाने पर कि क्या कुछ आतंकवादी पाकिस्तानी सेना के विशेष बल के सैनिक हो सकते हैं, उत्तरी सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल उपेन्द्र द्विवेदी कहते हैं, “कुछ आतंकवादियों के सेवानिवृत्त सैनिक होने का पता चला है…पाकिस्तान विदेशी आतंकवादियों को यहां लाना चाहता है।” यहां कोई स्थानीय भर्ती नहीं है। हम विदेशी आतंकवादियों को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं।”
#WATCH | On being asked if some of the terrorists could be soldiers of the Pakistan Army’s Special Forces, Northern Army Commander Lt Gen Upendra Dwivedi says, “Some of the terrorists have been found to be retired soldiers…Pakistan wants to bring foreign terrorists here as… pic.twitter.com/rZVbj0N0aa
— ANI (@ANI) November 24, 2023