चेन्नई, 24 अक्टूबर (भाषा) तमिलनाडु के चेन्नई में स्नातकोत्तर (रसायनशास्त्र)के एक छात्र और अभियांत्रिकी के चार छात्र दो अन्य लोगों के साथ मिलकर खुद की प्रयोगशाला में मेथामफेटामाइन बनाकर इसे बाजार में उतारने के प्रयास में थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार करके उनकी मंशा पर पानी फेर दिया।
पुलिस ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
पुलिस ने बताया कि उन्हें अपने मकसद में कामयाब होने से पहले गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस के अनुसार जब इन लोगों ने उनमें से एक के घर पर अस्थायी ‘प्रयोगशाला’ में यह मादक पदार्थ बनाने की कोशिश की तब उन्होंने अपने अभिभावकों को यह यकीन दिलाया कि वे अपने अध्ययन के तहत अकादमिक शोध में लगे हैं।
पुलिस के मुताबिक, उन्होंने अकादमिक शोध की आड़ में उन रासायनिक यौगिकों को खरीदा जिनका उपयोग मेथामफेटामाइन बनाने में किया जाता है। उन्होंने इस खरीद और अन्य संबंधित गतिविधियों के लिए करीब तीन लाख रुपये जुटाये थे।
पुलिस का कहना है कि एक गुप्त सूचना के आधार पर मादक पदार्थ खुफिया जांच दल ने इन सातों को गिरफ्तार कर लिया जिनमें 21 से 23 साल के पांच छात्र शामिल हैं। गिरफ्तार किये गए बाकी दो लोगों में एक की उम्र 38 साल है।
जांच दल ने उनके पास से करीब 250 ग्राम मेथामफेटामाइन, मोबाइल फोन, तौल करने वाली मशीन और प्रयोगशाला उपकरण भी जब्त किये हैं।
यह घटना शहर के बाहरी इलाके पोथेरी में कुछ छात्रों की मादक पदार्थों की तस्करी और सेवन में कथित संलिप्तता को लेकर पुलिस द्वारा मामला दर्ज करने के कुछ ही समय बाद हुई है।
भाषा
राजकुमार संतोष
संतोष
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