चेन्नई, 26 जुलाई (भाषा) तमिलनाडु सरकार कोरोना वायरस संक्रमण की संभावित तीसरी लहर को देखते हुये इसका सामना करने के लिये चिकित्सा पेशेवरों को प्रशिक्षित करने और सबसे अधिक संवेदनशील लोगों का टीकाकरण करने की योजना बना रही है। प्रदेश के स्वास्थ्य सचिव डॉ जे राधाकृष्णन ने सोमवार को इसकी जानकारी दी ।
स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि स्थानीय संक्रमण की नजदीक से निगरानी की जा रही है और पूरा प्रयास किया जायेगा कि महामारी पर रोक लग सके ।
राधाकृष्णन ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिये चिकित्सकों एवं नर्सों को प्रशिक्षित किया जायेगा और पूरे प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों में सभी बाल विभागों के बुनियादी ढांचे को और बेहतर किया जा चुका है।’’
महामारी की तीसरी लहर में बच्चों के अधिक प्रभावित होने की आशंका है ।उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास है कि किसी भी तरह के नये संक्रमण को टाला जाये ।
पूरे प्रदेश में करीब 80 हजार बिस्तर बढाने का जिक्र करते हुये उन्होंने कहा, ‘‘हमें मानसिक रूप से इसका सामना करने के लिये तैयार रहना होगा । ऑक्सीजन आपूर्ति एवं बिस्तरों को बेहतर बनाने के लिये उचित कदम उठाये गये हैं ।
उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन सिलेंडर एवं सांद्रक पहले से तैयार है । उन्होंने कहा कि लेकिन जो परेशान करने वाले कारक हैं, वह कुछ लोगों का व्यवहार है ।उन्होने कहा कि महामारी की रोकथाम उसकी निगरानी एवं कार्यान्वयन के सरकार के बेहतर प्रयास के बाजवूद लोगों के बीच मौजूद, लापरवाही करने वाला एक शख्स संक्रमितों की संख्या में तेजी ला सकता है।
उन्होने लोगों से कोविड के अनुरूप व्यवहार करने की अपील की । उन्होंने कहा कि कुछ लोग अब भी न तो मास्क पहन रहे हैं और न ही सामाजिक दूरी के नियमों का पालन कर रहे हैं जो चिंता का विषय है ।
उन्होंने चेताया कि इससे कोरोना वायरस की रोकथाम के सभी प्रयास प्रभावित होंगे । रविवर को प्रदेश में 1808 नये मामले सामने आये जिसके बाद संक्रमितों की संख्य 25,48,497 हो गयी है । प्रदेश में 23,364 मरीज उपचाराधीन हैं ।
भाषा रंजन नरेश
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