नई दिल्ली। पेरासिटामोल एक ऐसी दवा है जो बुखार या बदन दर्द होने पर लोग इसे खुद ही ले लेते हैं, लेकिन इस दवाई का ज्यादा उपयोग भी आपको नुकसान पहुंचा सकता है। डॉक्टरों के मुताबिक, बेशक पेरासिटामोल बुखार, बदन दर्द को कम करने में कारगर है, लेकिन इसका डबल डोज भूलकर भी नहीं लेना चाहिए। डबल डोज लेने से आपकी किडनी और लिवर के खराब होने का खतरा रहता है। ज्यादा मात्रा या लापरवाही से पेरासिटामोल लेने से आपको कई तरह के नुकसान हो सकते हैं।
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डॉक्टरों के मुताबिक वयस्कों को 500 एमजी पेरासिटामोल की एक या दो गोली दिन में चार बार तक दी जा सकती है, लेकिन इससे अधिक डोज शरीर को कई तरह के नुकसान पहुंचा सकता है। इंग्लैंड की राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा का कहना है ऊपर बताए गए डोज से अधिक पेरासिटामोल का सेवन किडनी और लिवर को खराब कर सकता है। कुछ मामलों में परिणाम इससे भी बुरे हो सकते हैं। ऐसे में इसका समझदारी से इस्तेमाल जरूरी है।
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एक रिसर्च में इंसान और चूहे के लिवर के यकृत कोशिकाओं पर पैरासिटामोल के प्रभाव का मूल्यांकन किया गया था। इसमें निकलकर सामने आया कि दर्द से राहत का लिवर पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है, क्योंकि यह अंग में मौजूद कोशिकाओं के बीच संरचनात्मक कनेक्शन को नुकसान पहुंचाता है। इसके परिणामस्वरूप लिवर ऊतक संरचना क्षतिग्रस्त हो जाती है, कोशिकाएं ठीक से काम करने की क्षमता खो देती हैं।
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इसके अलावा इस दवाई के ज्यादा इंसान की मौत तक हो सकती है। पेरासिटामोल की अधिकता से होने वाला नुकसान ठीक वैसा ही है जैसा हेपेटाइटिस, कैंसर और सिरोसिस के मरीजों को होता है। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर इसकी सही खुराक ली जाए तो इसके दुष्प्रभाव की आशंका नहीं रहती है। फिर भी यदि आप इससे होने वाले नुकसान से चिंतित हैं तो पेरासिटामोल लेने से पहले डॉक्टर से जरूर बात करें।
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