सूरत में गणेश पंडाल पर पथराव के बाद हिंसा, 34 हिरासत में |

सूरत में गणेश पंडाल पर पथराव के बाद हिंसा, 34 हिरासत में

सूरत में गणेश पंडाल पर पथराव के बाद हिंसा, 34 हिरासत में

:   Modified Date:  September 9, 2024 / 05:49 PM IST, Published Date : September 9, 2024/5:49 pm IST

(तस्वीरों के साथ)

सूरत, नौ सितंबर (भाषा) गुजरात के सूरत शहर में गणेश उत्सव के दौरान कुछ नाबालिगों द्वारा एक पंडाल पर कथित तौर पर पथराव किए जाने के कारण वहां स्थापित गणेश मूर्ति खंडित हो गई, जिसके बाद क्षेत्र में हिंसा भड़क गई और कुछ पुलिसकर्मी सहित अन्य लोग घायल हो गए। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी।

पुलिस ने बताया कि रविवार देर रात सैयदपुरा में घटी इस घटना के सिलसिले में छह नाबालिगों को हिरासत में लिया गया था, जिसके बाद करीब 300 लोगों ने अपने समुदाय के सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई का विरोध करते हुए लालगेट थाने का घेराव किया।

सूरत के पुलिस आयुक्त अनुपम सिंह गहलोत ने संवाददाताओं से कहा कि दो तरफ से पथराव हुआ, जिसमें पुलिस कर्मियों सहित कुछ लोग घायल हो गए।

उन्होंने बताया कि लोगों के एक समूह ने क्षेत्र में खड़े दो वाहनों को आग के हवाले कर दिया और दो अन्य में तोड़फोड़ की।

गहलोत ने कहा कि भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसूगैस के गोले छोड़े।

पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, घटना के सिलसिले में अभी तक तीन अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज की गई हैं, 28 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और छह नाबालिगों को हिरासत में लिया गया है।

गहलोत ने बताया कि अन्य आरोपियों की धरपकड़ के लिए पुलिस तलाश अभियान चला रही है।

गुजरात के गृह मंत्री हर्ष सांघवी और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने घटनास्थल का दौरा किया तथा दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिलाया।

सांघवी ने संवाददाताओं से कहा, “शहर के अमन-चैन में खलल डालने वाले हर व्यक्ति को गिरफ्तार किया जाएगा और किसी को बख्शा नहीं जाएगा।”

गहलोत ने कहा कि यह घटना सूरत के सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील इलाके में हुई।

उन्होंने बताया कि एक ऑटोरिक्शा में सवार 12 से 13 साल के छह उपद्रवियों ने गणेश पंडाल पर पत्थर फेंके, जिससे मूर्ति खंडित हो गई।

गहलोत के अनुसार, इन नाबालिगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। उन्होंने बताया कि नाबालिग आरोपियों के माता-पिता को भी पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है।

पुलिस आयुक्त ने कहा, “नाबालिग आरोपियों को तुरंत पुलिस चौकी ले जाया गया और उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई।”

उन्होंने बताया कि पुलिस ने हत्या के प्रयास, दंगा, गैरकानूनी सभा, गंभीर चोट पहुंचाना आदि अपराधों के लिए भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की विभिन्न धाराओं के तहत कुल 28 लोगों की पहचान करने और उन्हें पकड़ने के लिए सीसीटीवी फुटेज के साथ-साथ मोबाइल फोन और टीवी कैमरों की वीडियो रिकॉर्डिंग का भी सहारा लिया।

गहलोत के मुताबिक, इलाके में खड़े दो वाहनों में आग लगाने और दो अन्य को नुकसान पहुंचाने के लिए व्यक्तियों के एक समूह के खिलाफ एक अन्य प्राथमिकी दर्ज की गई है।

उन्होंने कहा, “पुलिस ने आगजनी और संपत्ति को नुकसान पहुंचाने से संबंधित धाराओं के तहत यह प्राथमिकी दर्ज की है।”

गहलोत ने बताया कि पूरे इलाके की निगरानी की जा रही है और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए भारी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं।

उन्होंने कहा कि मामले की जांच करने और अन्य आरोपियों को पकड़ने के लिए शहर की अपराध शाखा, विशेष अभियान समूह (एसओजी) और स्थानीय पुलिस के कर्मियों को शामिल करते हुए अलग-अलग टीमें बनाई गई हैं।

गहलोत के अनुसार, दोषियों की पहचान के लिए वीडियो फुटेज खंगालने के वास्ते एक तकनीकी टीम का गठन किया गया है।

गुजरात के पुलिस महानिदेशक विकास सहाय ने गांधीनगर में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि 28 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि छह नाबालिगों के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई शुरू की गई है, जिनकी उम्र 13 से 15 साल के बीच है।

उन्होंने कहा, “मैं गुजरात के शांतिप्रिय लोगों को भरोसा दिलाना चाहता हूं कि सभी जिलों में गणेश उत्सव कार्यक्रम शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हों, यह सुनिश्चित करने के लिए पुलिस पूरी तरह से तैयार है। हम राज्य के शांतिपूर्ण माहौल में खलल डालने की कोशिश करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे।”

सहाय ने कहा, “मैं जिलों की मौजूदा स्थिति पर वहां की सभी पुलिस इकाइयों के प्रमुखों (जिला पुलिस अधीक्षक सहित) के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से एक समीक्षा बैठक करूंगा।”

उन्होंने कहा कि सूरत पुलिस ने सैयदपुरा इलाके में हिंसा के बाद तत्काल कदम उठाए और शहर के अमन-चैन में खलल डालने की कोशिश करने वाले असामाजिक तत्वों को गिरफ्तार कर लिया।

सहाय ने बताया कि घटना की जानकारी मिलने के बाद सूरत पुलिस आयुक्त अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और इसमें शामिल लोगों को गिरफ्तार कर लिया।

उन्होंने कहा, “तलाश अभियान के दौरान 28 वयस्कों को गिरफ्तार किया गया और छह किशोरों के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई शुरू की गई, जो माहौल को बिगाड़ने की कोशिश में शामिल थे। कानून की नजरों में सब बराबर हैं। दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।”

भाषा पारुल माधव

माधव

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)