नई दिल्ली। Sukanya Samriddhi Yojana : मोदी सरकार ने बेटियों के लिए सुकन्या समृद्धि योजना की शुरूआत की है। इसका फायदा लोगों को मिल रहा है। वहीं अब सरकार ने नियमों को लेकर कई अहम बदलाव किए है। मालूम होगा कि ‘सुकन्या समृद्धि योजना’ (SSY) में निवेश करने पर आपको पर 80C के तहत छूट भी मिलती है। इसके अलावा इस पर आपको हर साल 7.6 प्रतिशत का ब्याज मिलता है। ऐसे में अब नियमों में बदलाव होने से निवेशकों को बड़ा झटका लग सकता है। चलिए आपको विस्तार से बताते हैं।
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सुकन्या समृद्धि योजना के नए नियमों के तहत खाते में गलत ब्याज डल जाता है तो उसे वापस करने के प्रावधान को हटाया गया है। जबकि इससे पहले प्रावधान यह था कि इसके अलावा खाते का सालाना ब्याज हर वित्त वर्ष के अंत में क्रेडिट किया जाएगा।
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अन्य नियमों की बात करें तो बेटी के 10 साल होने पर अपने ‘सुकन्या समृद्धि योजना’ खाते को ऑपरेट कर सकती थी। लेनिक अब 18 साल की उम्र से पहले बेटियों को खाता ऑपरेट करने की मंजूरी नहीं है। यानी बेटी को 18 साल की उम्र तक अभिभावक ही खाते को ऑपरेट करेंगे। खाते में आप सालाना कम से कम 250 रुपये और अधिकतम डेढ़ लाख रुपये तक जमा कर सकते हैं। यदि आपने न्यूनतम राशि जमा नहीं की तो आपका अकाउंट डिफॉल्ट हो सकता है। एक महीने में आप कितनी भी बार पैसा जमा कर सकते हैं।
Sukanya Samriddhi Yojana एक नए नियम यह भी हो गया है कि डिफॉल्ट खाते पर भी ब्याज मिलता रहता है। यदि आपका खाता एक्टिव नहीं है तो मैच्योर होने तक खाते में जमा राशि पर लागू दर से ब्याज मिलता रहता था। पहले यह नियम नहीं था लेकिन अब इसे बदल दिया गया है। पहले दो बेटियों के खाते खुलवाने पर ही निवेश करने वाले को 80सी के तहत टैक्स छूट का लाभ मिलता था। तीसरी बेटी पर यह फायदा नहीं था। लेकिन यदि एक बेटी के बाद दो जुड़वां बेटियां होती हैं तो उन दोनों के लिए भी खाता खोलने का प्रावधान है।
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यहां आपको यह जानकार बेहद खुशी होगी कि बेटी की मौत या बेटी के रहने का पता बदलने पर पहले बंद कर किया जाता था। लेकिन अब खाताधारक की जानलेवा बीमारी को भी इसमें शामिल किया गया है। अभिभावक की मौत होने पर भी समय से पहले अकाउंट बंद किया जा सकता है। बता दें कि लंबे समय से बदलाव की प्रक्रिया चल रही थी। जिसे अब पूरा कर लिया गया है। वहीं नए नियमों से निवेशकों को राहत मिली है।
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