नयी दिल्ली, तीन जुलाई (भाषा) विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के कुछ घटक दलों के छात्र संगठनों ने राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) की ओर से आयोजित कई प्रतियोगी परीक्षाओं में कथित अनियमितताओं के खिलाफ यहां जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन किया।
वाम समर्थित ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा), स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) और ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन (एआईएसएफ) सहित समाजवादी छात्र सभा और कांग्रेस की छात्र शाखा भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) के सदस्य मार्च निकालने के लिए विरोध स्थल पर एकत्र हुए।
छात्र समूहों के मार्च का उद्देश्य राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी को खत्म करने, शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के इस्तीफे और प्रवेश परीक्षाओं के विकेन्द्रीकरण की अपनी मांगों को लेकर दबाव बनाना है।
मेडिकल प्रवेश संबंधी ‘राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा-स्नातक’ (नीट-यूजी) और पीएचडी प्रवेश संबंधी ‘विश्वविद्यालय अनुदान आयोग-राष्ट्रीय प्रवेश परीक्षा’ (यूजीसी-नेट) में कथित अनियमितताओं को लेकर आलोचनाओं के बीच केंद्र ने पिछले सप्ताह एनटीए के महानिदेशक सुबोध सिंह को हटा दिया और इसके माध्यम से परीक्षाओं के पारदर्शी, सुचारू और निष्पक्ष संचालन सुनिश्चित करने के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के पूर्व प्रमुख आर. राधाकृष्णन की अध्यक्षता में एक उच्च-स्तरीय समिति का गठन किया।
नीट में कई अनियमितताओं के चलते जांच चल रही है, जिसमें कथित पेपर लीक भी शामिल है, वहीं शिक्षा मंत्रालय को मिली सूचनाओं के बाद यूजीसी-नेट को रद्द कर दिया गया। दोनों मामलों की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) कर रहा है।
सीएसआईआर-यूजीसी-नेट और नीट-पीजी जैसी दो अन्य परीक्षाओं को एहतियाती कदम उठाते हुए रद्द कर दिया गया।
भाषा यासिर सुरेश
सुरेश
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