'Sting operation' of sex racket
‘Sting operation’ of sex racket: लुधियाना। पंजाब के लुधियाना में सेक्स रैकेट का गंदा खेल सामने आया है। घर होटल के बाद अब जंगलों में भी सेक्स रैकेट चलने लगा है। नेशनल हाईवे से लगे जंगलों में जिस्मफरोशी का धंधा चल रहा है। लुधियाना के जालंधर बाईपास के नजदीक कुछ महिलाएं जंगलों में जिस्मफरोशी करते हुए कैमरे में कैद हुईं हैं।
ये महिलाओं ग्राहकों को फंसाने के लिए दलाल भी रखी हुईं हैं। वहीं खुद भी हाईवे पर युवाओं को शिकार बनाने के लिए बैठे हुए देखी जा सकती हैं। हालाकि हाईवे पर ये कोई नया धंधा नहीं है। ये धंधा कई वर्षों से चल रहा है और इस धंधे में पुलिस और वन विभाग के कर्मचारी भी लिप्त हैं।
अब आपको बता दें कि महिलाओं के ग्राहक हाईवे में सफर तय करने वाले ट्रक चालक और उनके साथ रहने वाले खलासी नाबालिग होते हैं। इतना ही नहीं इस धंधे में लगी कुछ महिलाएं स्वयं ही ग्राहक तलाश लेती हैं। हाईवे पर यह गंदा काम दिन और रात दोनों समय चल रहा है। वहीं खाली सुनसान जगह पर वाहन चालक मौज-मस्ती के लिए डेरा जमाते हैं। जिस तरह से जंगलों के अंदर और बाहर जिस्मफरोशी चल रही है इससे साफ है कि पुलिस की मिलीभगत से ये कारोबार फल फूल रहा है।
‘Sting operation’ of sex racket: इस जिस्मफरोशी के धंधे का स्टिंग ऑपरेशन आपरेशन में यह बात सामने आयी है कि महिलाओं ने जंगल में बिस्तर तक लगाया हुआ। जहां शारीरिक संबंध बनाए जाते हैं। जंगल में गंदगी के बीच बिस्तर लगाकर महिलाएं लोगों से जिस्म का सौदा कर रहीं हैं। महिलाओं के लिए ये जंगल बहुत सुरक्षित है, जहां आत तक पुलिस नहीं पहुंची है। यहां महिलाएं सिर्फ 200 रुपए में यह गंदा धंधा करती हैं।
यहां ये सेक्स वर्कर खुद मानती हैं कि जंगल में सेक्स करना आसान काम नहीं। पुलिस कर्मचारियों से लेकर वन विभाग तक उन्हें सेटिंग करनी पड़ती है। रोजाना मोटरसाइकिल पर आने वाले पुलिस कर्मचारी उससे 500 से 700 रुपए लेते हैं। ये पैसे प्रति महिला के हिसाब से लिए जाते हैं। जंगल सरकारी है, जिस कारण वन विभाग का भी एक कर्मचारी उनसे रोजाना के 200 रुपए प्रति महिला की वसूली करता है।
वहीं आस-पास के लोगों की माने तो जंगल में रोजाना युवाओं की भीड़ लगी रहती है। कई बार इन्हें भगाने की भी कोशिश की गई, लेकिन इनके साथ के दलाल लोगों से झगड़ पड़ते हैं।