स्टालिन ने मोदी को पत्र लिखकर राज्य को नीट परीक्ष से छूट देने की पुन: मांग की |

स्टालिन ने मोदी को पत्र लिखकर राज्य को नीट परीक्ष से छूट देने की पुन: मांग की

स्टालिन ने मोदी को पत्र लिखकर राज्य को नीट परीक्ष से छूट देने की पुन: मांग की

:   Modified Date:  June 28, 2024 / 11:38 PM IST, Published Date : June 28, 2024/11:38 pm IST

चेन्नई, 28 जून (भाषा) तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश के लिए राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा (नीट-यूजी) से राज्य को छूट देने और राष्ट्रीय स्तर पर इस प्रणाली को खत्म करने की दोबारा मांग की।

तमिलनाडु को नीट से छूट देने के संबंध में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को संबोधित एक पत्र में मुख्यमंत्री ने कहा कि व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के लिए चयन प्रक्रिया केवल 12वीं कक्षा के अंकों के आधार पर होनी चाहिए न कि इसके लिए अलग से प्रवेश परीक्षा कराई जानी चाहिए क्योंकि इससे छात्रों पर अधिक तनाव पड़ता है।

स्टालिन ने अपने पत्र में कहा, ”हमने तमिलनाडु में नीट परीक्षा न कराने और 12वीं कक्षा के अंकों के आधार पर मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश प्रदान करने के लिए अपनी विधानसभा में सर्वसम्मति से एक विधेयक पारित किया था। इसे राष्ट्रपति की मंजूरी के लिए भेजा गया है, लेकिन अभी तक मंजूरी नहीं दी गई है।”

उन्होंने कहा कि तमिलनाडु विधानसभा ने उपरोक्त बताई गई मांग के संबंध में आज विधानसभा में सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया है, जिसमें केंद्र सरकार से आग्रह किया गया कि वह तमिलनाडु को नीट से छूट देने के लिए विधेयक पर अपनी सहमति जताए और राष्ट्रीय स्तर पर इस चयन प्रक्रिया को खत्म करने के लिए राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग अधिनियम में संशोधन करे।

इस बीच, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, झारखंड, कर्नाटक, केरल, पंजाब, तेलंगाना और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री को लिखे अलग-अलग पत्रों में स्टालिन ने उनसे अनुरोध किया कि वे अपनी-अपनी विधानसभाओं में नीट परीक्षा को समाप्त करने के लिए इसी तरह का प्रस्ताव पारित करने पर विचार करें।

भाषा

प्रीति रंजन

रंजन

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)