special story of Ram temple ayodhya lack of pink stone Rajasthan used for Ram temple construction

Ayodhya Ram Mandir: बेहद खास है राम मंदिर निर्माण में लगने वाला गुलाबी पत्थर, जरूरत के हिसाब से 15% कम पहुंचा

Ram temple construction ayodhya : अयोध्या के राम मंदिर निर्माण में लगने वाले गुलाबी पत्थर की किल्लत शुरू हो गई है।

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Modified Date: November 29, 2022 / 08:54 PM IST
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Published Date: June 1, 2022 4:44 pm IST

Ram temple construction ayodhya :  रायपुर। अयोध्या के राम मंदिर निर्माण में लगने वाले गुलाबी पत्थर की किल्लत शुरू हो गई है। राजस्थान के बंसी पहाड़पुर में इस पत्थर को लेकर परेशानी बढ़ गई है। कानूनी अड़चन से खनन नहीं हो रहा। राम मंदिर में लगने वाला विशेष गुलाबी रंग का बलुई पत्थर (पिंक सैंडस्टोन) की कमी होने लगी है। मंदिर निर्माण में लगने वाले गुलाबी रंग के बलुई पत्थर मांग के हिसाब से सिर्फ 15 प्रतिशत ही पहुंच पाया है। बंसी पहाड़पुर (भरतपुर) से पिंक स्टोन सिरोही के पिंडवाड़ा और आबू रोड जाता है। वहां इन्हें तराशा जाता है।>>*IBC24 News Channel के WhatsApp  ग्रुप से जुड़ने के लिए Click करें*<<

श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय बताते हैं कि मंदिर में 4.70 लाख घन फुट पिंक स्टोन लगेगा। अभी तक 70 हजार घन फुट ही अयोध्या पहुंचा है। खनन विभाग ने जो 41 लीज दी हैं, उनमें 14 में ही ए-ग्रेड पिंक सैंड स्टोन है।

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पत्थर आने में देरी की ये रही वजह

नीलाम हुईं 41 लीज में 15 जून से पहले खनन मुश्किल है। खदान लीजधारकों को सौंपने की कागजी कार्रवाई मई के आखिर तक पूरी होगी। 10-15 दिन तैयारी में लगेंगे। 15 दिन खनन के बाद बारिश आ जाएगी। असल काम दीपावली बाद शुरू होगा।
14 खानों में ही ए-ग्रेड पिंक सैंड स्टोन है। दिन-रात खनन होने पर भी दो साल लगेंगे। तराशने का समय अलग है। सेंट्रल विस्टा के लिए भी पत्थर जाएगा।

वर्तमान में राम मंदिर के चबूतरा यानी प्लिंथ का काम चल रहा है। सात लेयर का यह प्लिंथ 21 फीट ऊंचा होगा। अभी प्लिंथ के चौथे लेयर का काम चल रहा है, जो सितंबर माह से पहले हर हाल में पूरा किया जाना है। राम मंदिर ट्रस्ट दिसंबर 2023 तक हर हाल में तीन मंजिला राम मंदिर के गर्भगृह का निर्माण पूरा करने के लिए संकल्पित है। साल  2023 में ही रामलला गर्भगृह में विराजमान होंगे। इसे देखते हुए राम मंदिर निर्माण समिति ने प्लिंथ के साथ ही मंदिर के गर्भगृह का निर्माण शुरू करने का फैसला कर लिया गया है। गर्भगृह का काम पूजन के बाद एक जून को सुबह शुरू हो जाएगा।

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लग जाएंगे दो साल

Ram temple construction ayodhya :  अगर दिन रात खनन किया जाता है, तो भी पूर्ति करने में दो साल लग जाएंगे। राम मंदिर निर्माण में अबतक करीब 200 करोड़ रु खर्च किये जा चुके हैं। इसका पूरा निर्माण करने में 11 सौ करोड़ रु खर्च होने का अनुमान है। निर्माण के तीसरे चरण में मंदिर की प्लिंथ यानी चबूतरे का काम चल रहा है। पिछले दिनों राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने बैठक ली थी। बैठक में परकोटा निर्माण, रिटेनिंग वॉल सहित पत्थरों की आपूर्ती और नक्काशी पर चर्चा की गई।

योगी ने रखी श्रीराम मंदिर गर्भगृह की आधारशिला

भव्य राममंदिर निर्माण के लिए आज का दिन ऐतिहासिक रहा। 1 जून 2022 से गर्भगृह का निर्माण शुरू हो गया है। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने गर्भगृह के निर्माण के लिए पहली शिला रखकर पूजा अर्चना की। मंत्रोच्चार के बीच गर्भगृह की आधारशिला रखी। मंदिर का निर्माण 3 चरणों में होगा। 2023 तक गर्भगृह, 2024 तक मंदिर निर्माण और 2025 तक मंदिर परिसर में मुख्य निर्माण होगा।

उकेरी जाएंगी 6400 मूर्तियां

Ram temple construction ayodhya :  राम मंदिर स्थापत्य कला की नजीर होगी। मंदिर का निर्माण नागर शैली में किया जा रहा है। सभी स्तंभों में रामकथा के प्रसंगों सहित प्राचीन पद्धति से परिसर में कुल 6400 मूर्तियां उकेरी जाएंगी। राम मंदिर की नींव 80 फीट गहरी पत्थरों की दीवार से बनी है। इसके ऊपर भी डेढ़ मीटर की पत्थरों की रॉफ्ट ढाली गई है। रॉफ्ट के ऊपर 21 फीट ऊंची ग्रेनाइट पत्थरों की चट्टान बिछाई जा रही है। जो सात लेयर में है। मजबूत चबूतरे पर राम मंदिर का गर्भगृह बनाया जाएगा। मंदिर को प्राकृतिक आपदा से बचाने के लिए तीन तरफ 12 मीटर गहरी दीवार भी बनाई जा रही है। ट्रस्ट राम मंदिर की भव्यता और उसकी मजबूती को लेकर गंभीर है।