‘स्पेस डॉकिंग’ से निजी क्षेत्र के लिए अनंत अवसर खुलेंगे : उद्योग संस्थाएं |

‘स्पेस डॉकिंग’ से निजी क्षेत्र के लिए अनंत अवसर खुलेंगे : उद्योग संस्थाएं

‘स्पेस डॉकिंग’ से निजी क्षेत्र के लिए अनंत अवसर खुलेंगे : उद्योग संस्थाएं

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Modified Date: January 17, 2025 / 01:35 PM IST
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Published Date: January 17, 2025 1:35 pm IST

नयी दिल्ली, 17 जनवरी (भाषा) अंतरिक्ष उद्योग संघों ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा उपग्रह ‘डॉकिंग’ की प्रक्रिया को सफलतापूर्वक पूरा करने से भारत के अपने अंतरिक्ष स्टेशन जैसे अनगिनत अवसरों के द्वार खुल गए हैं, वह भी ऐसे समय में जब निजी क्षेत्र तेजी से विकास कर रहा है।

इसरो ने बृहस्पतिवार को कहा कि उसने स्पेस डॉकिंग एक्सपेरिमेंट (स्पेडेक्स) के तहत दो उपग्रहों की ‘डॉकिंग’ सफलतापूर्वक संपन्न की है, जो भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन की स्थापना सहित कई भावी मिशन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

भारतीय अंतरिक्ष संघ (आईएसपीए) के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल ए. के. भट्ट ने कहा, ‘‘यह वास्तव में हमारे अंतरिक्ष कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने से लेकर भविष्य में हमारे अपने अंतरिक्ष स्टेशन की स्थापना तक कई संभावनाओं के द्वार खोलता है।’’

उन्होंने कहा कि ‘डॉकिंग’ प्रयोग की सफलता ने अनंत अवसरों को और भी करीब ला दिया है, खासकर तब जब निजी अंतरिक्ष उद्योग आगे बढ़ रहा है और तेजी से प्रगति कर रहा है।

‘सैटकॉम इंडस्ट्री एसोसिएशन-इंडिया’ के अध्यक्ष सुब्बा राव पावुलुरी ने कहा कि इसरो की सफलता अंतरिक्ष तंत्र से जुड़े हर व्यक्ति के लिए प्रेरक है।

पावुलुरी की ‘अनंत टेक्नोलॉजीज’ स्पेडेक्स मिशन से निकटता से जुड़ी हुई थी क्योंकि ‘डॉकिंग’ प्रयोग करने वाले दो उपग्रहों को बेंगलुरु में इसके केंद्र में जोड़ा गया, एकीकृत किया गया और परीक्षण किया गया था।

उन्होंने कहा, ‘‘हमें भारत की अंतरिक्ष यात्रा में एक और ऐतिहासिक कार्यक्रम में प्रमुख योगदान देने पर गर्व है।’’

‘अनंत टेक्नोलॉजीज’ ने ‘एसडीएक्स01’ और ‘एसडीएक्स02’ उपग्रहों के लिए रेंडेजवस प्रोसेसिंग यूनिट्स (आरपीयू) और ‘डीसी-डीसी कन्वर्टर्स’ सहित महत्वपूर्ण घटक वितरित किए, जिन्हें 30 दिसंबर को पोलर सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (पीएसएलवी) के माध्यम से प्रक्षेपित किया गया था।

कंपनी ने विभिन्न पीएसएलवी-सी60 ‘सब असेंबली’ के उपकरणों को जोड़ने, एकीकृत करने और परीक्षण का कार्य भी किया तथा डाटा अधिग्रहण इकाइयों, ट्रांसमीटर, पावर मॉड्यूल, नाविक प्रोसेसर और नियंत्रण मॉड्यूल सहित 29 प्रमुख उप-प्रणालियों की आपूर्ति की।

भाषा सुरभि वैभव

वैभव

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(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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